Dr. Chitra Gupta Language: Hindi 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Chitra Gupta 2 Mar 2018 · 1 min read रंग बिरंगी होली होली के रंगों की देखो सुंदर छटा निराली है उपवन के फूलों के जैसी रंग भरी ये थाली है अबीर-गुलाल लगा-लगा कर नर-नारी सब खेलें होली राग-द्वेष को दूर हटाकर... Hindi · कविता 1 965 Share Dr. Chitra Gupta 13 Dec 2017 · 1 min read उपहार (जन्मदिन पर कविता) जन्मदिन की इस शुभ बेला पर, क्या मैं दूँ उपहार तुझे, सब उपहार हैं फीके, तेरे सुन्दर से मुखड़े के आगे, हर पल, हर क्षण करती हूँ, मैं यही दुआ... Hindi · कविता 2 1 1k Share Dr. Chitra Gupta 13 Mar 2017 · 1 min read रंग बिरंगी होली आई रंग बिरंगी होली आई इठलाती बलखाती आई रंग बिरंगी होली आई रंगों की फुहार उड़ा कर घर घर दस्तक देती जाती होली आई होली आई धूम धूम मचाती होली आई... Hindi · कविता 1 547 Share Dr. Chitra Gupta 31 Dec 2016 · 1 min read आओ नव-वर्ष आओ नव-वर्ष! करें तुम्हारा अभिनन्दन हम पूजन, वंदन, अर्चन करके तिलक लगाकर मस्तक पर खुशियों की गागर तुम रख दो हर घर के हर आँगन में फूलों की डलिया तुम... Hindi · कविता 553 Share Dr. Chitra Gupta 13 Dec 2016 · 1 min read सदा खुश रहो प्रिय अभिनीत को, दुआ है मेरी तुम सदा खुश रहो सदा खुश रहो, सदा खुश रहो खुशियों से भरा रहे जीवन तुम्हारा उन खुशियों में सदा तुम मुस्कुराते रहो दुआ... Hindi · कविता 4k Share Dr. Chitra Gupta 30 Oct 2016 · 1 min read दीपावली की दीपमालिका दीपावली की दीपमालिका झिलमिल झिलमिल करती आई उर अंधकार मिटाकर सबके खुशियों की सौगात लायी राग-द्वेष का भेद मिटाकर हृदय पवित्र बना लो अपने दीपों के इस शुभ अवसर पर... Hindi · कविता 677 Share Dr. Chitra Gupta 18 Jun 2016 · 1 min read नया वर्ष धा धा तिं तिं ता ता धिं धिं करता अाया नया वर्ष नए वर्ष के नए हर्ष ने सबका मन हर्षाया ढोलक की लय पर सब नाचे करके ताता थैया... Hindi · कविता 538 Share Dr. Chitra Gupta 18 Jun 2016 · 1 min read होली रंग-बिरंगी होली अायी खुशियों की सौगात लायी सब मिल-जुलकर खेलो होली नाचो गाओ धूम मचाओ ताक धिना धिन धिन धिन ताता स ग म प ग म ध प Hindi · कविता 435 Share Dr. Chitra Gupta 18 Jun 2016 · 1 min read नए वर्ष की नई उमंग 2015 के नव वर्ष की शुभ बेला पर लिखी एक कविता नए वर्ष की नई उमंग में भर लो मन को नई तरंग में होत संयोग जब उमंग-तरंग का अानंद... Hindi · कविता 508 Share Dr. Chitra Gupta 18 Jun 2016 · 1 min read विद्या विद्या है एक उज्जवल तारा, विद्या है सबका सहारा, विद्या से जन जागृति पाता, विद्या से मानव कहलाता, उसको चोर चुरा नहीं सकता, उसको समीर बहा नहीं सकता, उसको अाग... Hindi · कविता 588 Share