sawan chauhan karoli 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid sawan chauhan karoli 20 Feb 2022 · 1 min read तुम्हारी चिट्ठियां ग़ज़ल - "तुम्हारी चिट्ठियाँ" वज्न-२१२२ २१२२ २१२२ २१२ क़ाफ़िया- आरी रदीफ़- चिट्ठियाँ दौर- ए- उल्फत में ले जाती हैं तुम्हारी चिट्ठियाँ हम को हम ही से मिलाती हैं तुम्हारी चिट्ठियाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share sawan chauhan karoli 17 Feb 2022 · 1 min read सरस्वती वंदना मुशाफिर हैं हम तो चले जा रहे... ************************************************** हे सारदे माँ, हे वीणापाणि विद्या का मुझको भी वरदान दे दो । लिखने की सुमति देना भारती, रसना को मेरी भी... Hindi · गीत 1 2 223 Share