Sukeshini Budhawne 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read कलयुग केवल नाम ।। दोहा ।। राम राम जपते चलो, राम है मुक्तिधाम । मत कर तू चिंता सदा, कलयुग केवल नाम ।। ।। हरिगीतिका ।। सीता हरण कर ले गया, लंकेश दानव... Hindi · हरिगीतिका छंद 190 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read कृपा से हमें कृपा से हमें आज संबल मिला जगत तारिणी, भक्ति का बल मिला दया सिन्धु दानव दलन तू करे जहाँ दूर सारी थकन तू करे क्षमा याचिका तू सुनें माँ सदा... Hindi · शक्ति छंद 131 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read घायल मन ख़ूँ से लथपथ फेंकी थी वो दूर कहीं नाले में तब अगले दिन अख़बारों में ये घटना घटकर आती है भारत माँ के घर में बेटी पैदा होना पाप यँहा... Hindi · कविता 1 151 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read अष्टविनायक के सदा अष्टविनायक के सदा, मोदक सोहे हाथ । श्री गणराया दुख हरो, हम भक्तों के नाथ ।। लंबोदर तू मोरया, माँ गौरी के प्राण । हर घर में पूजे तुझे, मंगल... Hindi · दोहा 56 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read श्याम जी नाग की सवारी करे राधा संग पानी भरे नर तन नारी का जो रूप धरे श्याम जी । बाँसुरी की तान पर नाचें मोर गाय खर कलयुगी अवतार एक कृष्ण... Hindi · घनाक्षरी छंद 82 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read चौपाई मन में आज, बसे गिरधारी रोम रोम में, दिखे मुरारी मेरा कान्हा, सबसे प्यारा मुरली वाला, जगत दुलारा हो नटनागर, तुम कन्हैया वन-वन में बांसुरी बजैया मीरा दासी, राधा रानी... Hindi · चौपाई 75 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read श्रीराम तेरे चराचर में बसते हैं श्रीराम तेरे जो बिगड़े हैं कब से सभी काम तेरे प्रभु का हो गर मन में विश्वास पूरा तो कर देंगे वो दूर इल्ज़ाम तेरे तू... Hindi 71 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read भवन तेरा निराला ऐ जगत जननी मेरी माता भवन तेरा निराला फैली जग में तेरी ख़ुशबू ये चमन तेरा निराला माँ तूने इक पल में महिषासुर को ऐसे मार फेंका बैठी जिस तख़्ते... Hindi 125 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read कुछ उन्हें भी याद कर लो कुछ उन्हें भी याद कर लो तुम मनाओ प्यार का दिन तुम मनाओ यार का दिन रूप रस श्रृंगार का दिन तर्ज़ की ईजाद कर लो कुछ उन्हें भी याद... Hindi 1 114 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read मीत झूठे स्वप्न टूटे मीत झूठे स्वप्न टूटे आज जाना! चाहता था दिल जिसे वो यार बिछड़ा क्या कमी थी जो कि मेरा प्यार बिछड़ा किस डगर को चल दिये वो बिन बताये इस... Hindi 72 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read रंगों का राजा रंगों का राजा मुस्काता होली के त्यौहार पर दोनों मुट्ठी गुलाल हो जब गाल गुलाबी हो जाये तब थिरक उठे हैं पाँव सभी के बसंत की बौछार पर रंगों का... Hindi 88 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read एक दिन तुम अचानक एक दिन तुम अचानक चले जाओगे ये भी हो जाएगा हम ने सोचा न था प्यार का ये सफ़र इतना आसाँ नहीं चाह कर फिर तुम्हें भूल जाना कठिन साथ... Hindi 82 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read होता नहीं किसी का होता नहीं किसी का यहाँ पर सनम कोई खाते हैं क्यों हमेशा वो झूठी क़सम कोई हम ज़िन्दगी की राह में क्यों दूर हो गए अरमाँ थे दिल में जितने... Hindi 59 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read छोड़ आलस छोड़ आलस प्रभु का तू गुणगान कर राम जी ही लगाएँ तुझे पार रे क्या रखा है जगत में प्रभु के सिवा बोल वैकुंठ है जग का आधार रे पाप... Hindi 80 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read कभी तू ले चल मुझे भी काशी कभी तू ले चल मुझे भी काशी कि ऐसा कुछ इंतिज़ाम कर दे सरल नहीं तुझ से दिल लगाना यही कठिन काज-काम कर दे सगर के पुत्रों को मुक्ति देने... Hindi 72 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read तू चला चल व्योम में अभिमान बनकर तू चला चल पुण्य थल का मान बनकर तू चला चल तू गरजता तू बरसता पर्वतों से जन जगत कल्याण बनकर तू चला चल आसमाँ का... Hindi 1 107 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 2 min read मैं तेरे दर्पण की छाया हूँ मैं तेरे दर्पण की छाया हूँ मैं तेरे ख़ातिर आया हूँ चूड़ी कंगन हार महावर चार खिलौने मैं लाया हूँ क्या दुनिया की रीत भुला दूँ आ तुझको दो घूँट... Hindi 80 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read पधारो नंद के लाला पधारो नंद के लाला जगत उद्धार करने को करूँ तर्पण चले आना है बेड़ा पार करने को शलभ हूँ मैं मेरे हैं प्राण केवल दो घड़ी भर के किशोरी संग... Hindi · गीत · गीत 2 80 Share Sukeshini Budhawne 16 Nov 2023 · 1 min read गीत - इस विरह की वेदना का इस विरह की वेदना का अंत कैसे हो सकेगा रो रही हैं करवटें तकिया करे उपहास मेरा स्नेह मुझ से कर न पाए क्या रही होगी विवशता स्वर्ग से मधुरिम... Hindi · गीत · गीत 1 171 Share