भरत कुमार सोलंकी Tag: Muktak 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid भरत कुमार सोलंकी 22 Apr 2024 · 1 min read पागलपन पागलपन बचपन की गुस्ताखियो को आज़ पर ना हावि होने दूंगा। भुल भविष्य का पता नही तंकलीबो को वर्तमान की बैशाखी पर ना रहने दूंगा हावि लगी मुझे भुत-भविष्य की... Hindi · Muktak 92 Share भरत कुमार सोलंकी 22 Apr 2024 · 1 min read हाँ मैन मुर्ख हु हाँ मैन मुर्ख हु शान्त्त चित्त मै घुम रहा अपनी आश में जुम रहा जुबां पर मैने रखी सच्चाई क्रोध कोप से प्रीत हटाई सोच-समझ की ना क्षमता अपनी, बिना... Hindi · Muktak 123 Share