भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " Tag: कविता 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 13 Nov 2022 · 1 min read चुनौती गीत है चुनौती हर कदम पर , राह चलना है कठिन !! रोज रचते योजनाएं , कब हुई पूरी भला ! आज को कल पर न टाला , आज ने... Hindi · कविता 172 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 12 Apr 2019 · 1 min read " निर्वासित हम " !! चोका ढूढें अँखियाँ ताल तलैया पानी हुई उदास फिर वही कहानी जलधारा हैं सूखी खुद प्यासी सी कुँए अकेले पनिहारिन भागी बरसे आग हुलसे तन मन प्यास कंठ की विकल... Hindi · कविता 1 287 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 9 Feb 2019 · 1 min read " देश प्रेम का भान इन्हें है " !! देश प्रेम का भान किसे है !! नेताओं में जंग छिड़ी है , केवल कोरे सम्भाषण है ! वाद विवाद में पिसती सेना , रोज टूटते अनुशासन है ! सबके... Hindi · कविता 1 252 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 16 May 2018 · 1 min read " नेताओं का खेल " !! बरसों से चलता आया है , नेताओं का खेल !! एक दूजे के घोर विरोधी, जब चुनाव में उतरें ! नारे , झंडे रहे अलग औ , अपने परचम फहरे... Hindi · कविता 1 275 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 14 Apr 2018 · 1 min read " फिर लिखनी नई कहानी " !! रतजगा चाँद का पूरा , अब सूरज की अगवानी !! हुई थकन देह की पूरी , पाया जी भर विश्राम ! अब दिवस जगाने आया , लेकर ललित ललाम !... Hindi · कविता 1 218 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 16 Mar 2018 · 1 min read " ममता का कोई मोल नहीं है " !! शिशु जितने हिस्से में आये , मां ने सीने से चिपकाये ! नेह सदा वारा है उन पर , भूखा कोइ रह ना जाये ! अँखियाँ ही सब कुछ कह... Hindi · कविता 1 1 252 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 28 Dec 2017 · 1 min read " स्वागत गान " तीन दिन बचे हैं , बरस की बिदाई में ! अच्छा लग रहा है , झीनी सी परछाई में ! दीवार पर टँगा कैलेंडर , फड़फड़ाता हुआ , चिढ़ा रहा... Hindi · कविता 525 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 22 Dec 2017 · 1 min read " तुम्हारे मुस्कराने का --------------- " तुम्हारे मुस्कराने का , अर्थ बड़ा गहरा है ! ये इशारा है , शरारत या , अंदर की अभिव्यक्ति! ये खनकती हंसी है , या दुनिया को - दिखाने की... Hindi · कविता 1 260 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 2 Dec 2017 · 1 min read " गुलाब " हाइकु कांटों में पला , बिखेरी गन्ध ऐसी , मन को छुआ !! प्यारी रंगत , अनूठी है निराली , बांधे है सदा !! खिलखिलाये , चमन , माली ,... Hindi · कविता 548 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 30 Nov 2017 · 1 min read " मौसम " मौसम भी बड़ा अजीब है ! इसकी फितरत को , कौन जान पाया है !! मौसम कभी गाता है , गुनगुनाता है ! कभी खामोश , सफेद चादर ओढ़ ,... Hindi · कविता 310 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 15 Nov 2017 · 1 min read " --------------------------------------------- जीवन में कई रंग बिखेरे " !! भाग दौड़ एहसास थकन का , पल पल लगे थके से ! तुमने दी दरवाजे दस्तक , रह गए हम ठगे से ! हुआ संचरण आशाओं का , निकले चतुर... Hindi · कविता 534 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 10 Nov 2017 · 1 min read " सफर अभी बाक़ी है " !! हंसी अभी साथी है , सफ़र अभी बाकी है !! टेढ़ी मेढ़ी पगडंडी है , कहीं राह पथरीली ! कठिन परिश्रम कांधे अपने , कट गई उम्र छबीली ! दोपहिया... Hindi · कविता 273 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 5 Aug 2017 · 1 min read " -----------------------------------सचमुच एक बहाना है " !! " तेरा रूठना कह दे बहना - सचमुच एक बहाना है " !! जिन आंखों में आंसू बसते , उनमें मोती सजने दे ! अपने हाथों तुझे खिलाऊँ , नीर... Hindi · कविता 695 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 13 Jun 2017 · 1 min read " यह हमारे गाँव हैं " !! हरी भरी धरती है , और घनेरी छाँव है ! यह हमारे गाँव हैं !! गहरे कुँए , बहती नदिया , है पोखर में पानी ! यहाँ नहीं स्वीमिंग पूल... Hindi · कविता 581 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 4 Jun 2017 · 1 min read " गगन से उतरी परियां माँ की , अंतरिक्ष को छू लें हम "!! गणवेश किया है धारण , बस्ता पीछे लाद लिया है ! मास्टरजी का होमवर्क भी , हमने रट्टा मार लिया है ! धूलभरी राहें आतुर हैं - स्वागत को अपने... Hindi · कविता 888 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 5 Apr 2017 · 1 min read " हम ज़िन्दगी , ठेल रहे हैं !! पहले पेट काम फिर दूजा ! शिक्षा दीक्षा वक़्त अबूझा ! मात पिता ने - राह थमा दी ! जैसे खेला - खेल रहे हैं !! शीत गरम करे असर... Hindi · कविता 437 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 21 Mar 2017 · 2 min read सच तुम रूठ जाओ तो सच तुम रूठ जाओ तो मनाने कासच तुम रूठ जाओ तो मनाने का मज़ा कुछ और है !! बातों बातों में ठुनकना ! होठों से निर्झरणी बहना ! भूकम्प के... Hindi · कविता 612 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 3 Mar 2017 · 1 min read " है विकास में देर अभी " !! हरियाली सब और नहीं है , हरा भरा सब छोर नहीं है ! यहाँ प्रकृति जी भर देती , रूठा मौसम ठौर नहीं है ! बैलगाड़ी है ,बैलजोड़ी है -... Hindi · कविता 946 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 1 Feb 2017 · 1 min read " शिक्षा - दीक्षा, मनी -मनी है " अभिभावक की गहन परीक्षा , इंटरव्यू फिर प्रवेश- समीक्षा / शिक्षा सिमट गयी बस्ते में , कहाँ मिल रही अब सस्ते में / सरकारी शिक्षा भी केवल - खाना-पीना, खेल... Hindi · कविता 759 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 24 Jan 2017 · 1 min read " हार - जीत का छोर नहीं है " !! जन्मघुट्टी में यही मिला है , पुष्प सदा काँटों में खिला है / संकल्पों का खेल है जीवन , लक्ष्य बिना बेमेल है जीवन / अँधियारा फिर लौट न पाए... Hindi · कविता 676 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 21 Jan 2017 · 1 min read " अपनी अपनी पोथी , अपना अपना भाष " !! कम, पढ़े -लिखे गुणी हैं ज्यादा , पढ़े -लिखों ने सब कुछ नापा / संतों की महिमा है न्यारी , अलख जगाया , दुनिया वारी / जहाँ भूख कम होगी... Hindi · कविता 969 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 19 Jan 2017 · 1 min read " अभी बहुत कुछ , छूटा सा है " !! तेज़ भर रहा , वक़्त कुलांचें ! मन की पीड़ा , कौनहु बाँचें ! शुष्क अधर हैं , पलकें बोझिल ! पलते सपने , झिलमिल झिलमिल ! अपना साहिल -... Hindi · कविता 728 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 14 Jan 2017 · 1 min read " हालात नहीं बदले हैं " !! सीमा पर वही तनातनी , संकट के बादल गहरे ! छद्मयुद्ध दुश्मन करता , कितने बैठायें पहरे ! आतंकी सदमे में थोड़े - लेकिन सम्भले सम्भले हैं !! भारत विरोध... Hindi · कविता 728 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 13 Jan 2017 · 1 min read " कहीं राम गुम , कहीं छुपा खुदा है " !! हम मन्दिर में राम ढूंढते , वे मस्जिद में सजदे करते ! हमने सब धर्मों को छुआ है , उनका केवल धर्म बड़ा है ! सबका मालिक एक यहाँ बस... Hindi · कविता 805 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 10 Jan 2017 · 1 min read " चिड़िया चहकी , फुर्र हो गई " ! पलना नहीं , गोद माँ की ! खुश नहीं , दादा दादी ! ख़ुशी पिता की , कपूर हो गयी ! बेटी दिल से - दूर हो गई !! दबी... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 9 Jan 2017 · 1 min read " आज साख फिर दांव लगी है " उम्मीदों का शोर मचा है , लुटे खूब और हमें ठगा है / एक छलावा प्रजातंत्र भी , भीगीं आँखें यहाँ सभी की / है आया कोई स्वप्न जगाने ,... Hindi · कविता 773 Share भगवती प्रसाद व्यास " नीरद " 6 Jan 2017 · 1 min read " भरी है गगरी , छलक न जाये " निर्जन राह, रूप हठीला ! रूप गर्विता, बदन गठीला ! आँचल सरकाया - समीर ने, यौवन मदमाता लहराये !! कानन कानन, अलसाया है ! लम्हा लम्हा, भरमाया है ! सजी... Hindi · कविता 1k Share