ब्रजनंदन कुमार 'विमल' Tag: Quote Writer 94 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 19 Nov 2024 · 1 min read बड़े बड़े लेख लिखे जाते हैं महिला दिवस पर पुरुषों द्वारा। बड़े बड़े लेख लिखे जाते हैं महिला दिवस पर पुरुषों द्वारा। आज पुरुष दिवस है अब समय आ गया है महिलाएं भी लिखना शुरू करे पुरुषों के हनन होते अधिकारों... Quote Writer 1 1 14 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Nov 2024 · 1 min read जन्मदिन विशेष : जन्मदिन विशेष : मजहबी बहस मै ने की ही नहीं फालतू अक्ल मुझ में थी ही नहीं !! ~अकबर इलाहाबादी Quote Writer 18 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 11 Nov 2024 · 1 min read रात में कितना भी मच्छर काटे रात में कितना भी मच्छर काटे जो आलस्य से मच्छरदानी नहीं लगाए और सुबह कितना भी ठंड लगे , लेकिन जो पंखा बंद करने के लिए बिछावन से नहीं उतरते... Quote Writer 20 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 7 Nov 2024 · 1 min read अंधविश्वास से परे प्रकृति की उपासना का एक ऐसा महापर्व जहां ज अंधविश्वास से परे प्रकृति की उपासना का एक ऐसा महापर्व जहां जाति- धर्म , ऊंच-नीच के बंधन से मुक्त , सामाजिक सौहार्द और सादगी के बीच, घर में बने पकवान... Quote Writer 28 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 7 Nov 2024 · 1 min read तुमसे मिला बिना तुमसे मिला बिना आधी सदी बीता दिया आधा बियाबान काट लिया । आधे स्टेशन पार हो गए आधे गीत याद रहे आधे भूल गए आधे अधूरे जीवन क्या ऐसे ही... Quote Writer 15 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 1 Nov 2024 · 1 min read कुछ प्रेम उत्सव नहीं मना पाते कुछ प्रेम उत्सव नहीं मना पाते पर वह उपवास रखते हैं और दो घूँट प्रेम उन्हें जीवित रखता है..!! Quote Writer 27 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 1 Nov 2024 · 1 min read हमारे ख्यालों पर हमारे ख्यालों पर कविताएँ मरहम लगाती हैं। किसी की याद में कोई और धुंधला पड़ दम न तोड़ दे- कविताएँ किसी खोते व्यक्ति को समेट सभ्यता की उम्र बढ़ाती हैं।। Quote Writer 24 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 29 Oct 2024 · 1 min read शुरुआत में खामोशी समझने वाले लोग शुरुआत में खामोशी समझने वाले लोग अंत मे चीखे भी अनसुनी कर देते है! 💔🩶 Right ✅ or Wrong ❌ Quote Writer 44 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 28 Oct 2024 · 1 min read मुझे लगा अब दिन लदने लगे है जब दिवाली की सफाई में मां बैट और मुझे लगा अब दिन लदने लगे है जब दिवाली की सफाई में मां बैट और बॉल ढूंढ देती थी मगर मेरी मां अब भी वही है आज भी मेरा बैट... Quote Writer 28 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 26 Oct 2024 · 1 min read एक उम्र तक तो हो जानी चाहिए थी नौकरी, एक उम्र तक तो हो जानी चाहिए थी नौकरी, या पुरुषों को ढूंढ लेना चाहिए कमाई का जरिया जैसे जैसे उम्र बढ़ेगी ये मलाल बढ़ता जाएगा..❤️🌻 Quote Writer 17 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Oct 2024 · 1 min read 💞सुना है .... 💞सुना है .... अमृत बरसता है शरद पूर्णिमा की रात को ... क्यों ना हम खुले आसमान में बैठकर अपना प्रेम अमर कर दे ....💞 Quote Writer 34 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Oct 2024 · 1 min read वक्त के साथ लड़कों से धीरे धीरे छूटता गया, वक्त के साथ लड़कों से धीरे धीरे छूटता गया, वो क्रिकेट जो कभी हर शाम हुआ करता था... Quote Writer 23 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 11 Oct 2024 · 1 min read जिस यात्रा का चुनाव जिस यात्रा का चुनाव हमनें स्वयं किया हो, उसके उतार चढ़ाव भी हमें ही स्वीकार करने होंगे। Quote Writer 36 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 15 Sep 2024 · 1 min read भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फिर सोचते है क्या बनना है ! इंजीनियर्स डे (अभियन्ता दिवस) 🌻 Quote Writer 54 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Sep 2024 · 1 min read हिन्दी भाषा के शिक्षक / प्राध्यापक जो अपने वर्ग कक्ष में अंग हिन्दी भाषा के शिक्षक / प्राध्यापक जो अपने वर्ग कक्ष में अंग्रेज़ी को सबसे अधिक कोसते है , माइक पर लंबी लंबी बघारते है, वे सबके सब अपने बाल-बच्चों को... Quote Writer 42 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Sep 2024 · 1 min read हिंदी भाषा नही,भावों की हिंदी भाषा नही,भावों की अभिव्यक्ति है । यह मातृभूमि पर मर मिटने की भक्ति है ।। हिंदी दिवस 💐........... Quote Writer 86 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 Sep 2024 · 1 min read जीवन में बुरे कर्मों से बचाने वाला ही जीवन में बुरे कर्मों से बचाने वाला ही सर्वोत्तम शिक्षक है । वह व्यक्ति कोई भी हो सकता है । आप उनका हमेशा सम्मान करें ।💐💐 शिक्षक दिवस विशेष: Quote Writer 37 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Sep 2024 · 1 min read यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है । यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है । जैसे घुस लेकर अधिकारी समय पर काम कर दे तो उसे हम बड़ा ईमानदार मान लेते... Quote Writer 52 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Sep 2024 · 1 min read यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है । यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है । घुस लेकर अधिकारी समय पर काम कर दे तो उसे हम बड़ा ईमानदार मान लेते है... Quote Writer 45 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 3 Sep 2024 · 1 min read एक दिन मैं उठूंगा और एक दिन मैं उठूंगा और मुझे याद नहीं आएगा कि मैंने पूरे जीवन क्या लिखा और फिर दुनिया की हर कविता मेरी होगी वैसे ही जैसे उस पहले दिन थी... Quote Writer 41 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 26 Aug 2024 · 1 min read मैं ज्यादा पूजा-पाठ में यकीन नहीं करता। मैं ज्यादा मंदिर जान मैं ज्यादा पूजा-पाठ में यकीन नहीं करता। मैं ज्यादा मंदिर जाने में भी विश्वास नहीं करता लेकिन सम्मान सबका करता हूं। घर के बाकी लोग धार्मिक है। घर में पूजा... Quote Writer 51 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 25 Aug 2024 · 1 min read प्रेम मे सबसे खूबसूरत चीज होती है कोशिश...थोड़ी और कोशिश ह प्रेम मे सबसे खूबसूरत चीज होती है कोशिश...थोड़ी और कोशिश हर बार ... कोशिश उसकी एक झलक पाने की,कोशिश उस से अपनी भावनाएं जाहिर करने की, कोशिश उसके मुरझाये पर... Quote Writer 2 1 85 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 19 Aug 2024 · 1 min read जो लोग बलात्कार करते है जो लोग बलात्कार करते है वे वही लोग हैं जिन्होंने कभी किसी स्त्री से प्रेम नहीं किया ...! ~ओशो ( मधुशाला से ) Quote Writer 42 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Aug 2024 · 1 min read मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ... मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी बन जाता है ... और अंततः हम आजाद हुए १५ अगस्त १९४७ को ... आजादी की ७८ वीं वर्षगांठ की बधाई ..! Quote Writer 46 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Aug 2024 · 1 min read लड़कों को एक उम्र के बाद लड़कों को एक उम्र के बाद एहसास होता है, इश्क़ ना करते तो जीवन मे कुछ कर लिए होते..❤️🌻 Quote Writer 104 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 13 Aug 2024 · 1 min read जिसने बंदूक बनाई / कमलजीत चौधरी जिसने बंदूक बनाई / कमलजीत चौधरी जिसने ताला बनाया उसने चाबी भी बनाई जिसने दीवार बनाई उसने खिड़की भी बनाई जिसने धुरी बनाई उसने यात्रा भी बनाई जिसने हवा और... Quote Writer 110 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 9 Aug 2024 · 1 min read तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है मगर ये आंकड़े झूठे है ये दावा किताबी है ।। ~ अदम गोंडवी Quote Writer 57 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 Aug 2024 · 1 min read कई बरस बाद दिखोगे कई बरस बाद दिखोगे तुम कहीं- और मैं खिल पडूंगा बारह बरस में एक बार खिलने वाले नीलकुरिंजी के फूलों की तरह। तब तलक के सारे बसंत बेअसर जाएंगे मुझपे।। Quote Writer 80 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 7 Aug 2024 · 1 min read जब मैं इस धरा पर न रहूं मेरे वृक्ष जब मैं इस धरा पर न रहूं मेरे वृक्ष वसंत में आई अपने नई पत्तियों को राहगीरों से कहने देना : कवि ने प्रेम किया था जीवन के रहते !!... Quote Writer 1 111 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 6 Aug 2024 · 1 min read जब सुनने वाला जब सुनने वाला कोई नहीं होता तब लोग, दिल की बात स्टेटस पर लगा देते हैं ✅ Quote Writer 110 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 Aug 2024 · 1 min read रहिमन ओछे नरम से, बैर भलो न प्रीत। रहिमन ओछे नरम से, बैर भलो न प्रीत। काटे चाटे स्वान के, दोऊ भांति बिपरीत।। रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय। टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गांठी परिजाय।।... Quote Writer 67 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 31 Jul 2024 · 1 min read 'प्रेमिकाएं' चाहती रही.. 'अर्धांगिनी' कहलाने का हक 'प्रेमिकाएं' चाहती रही.. 'अर्धांगिनी' कहलाने का हक और 'अर्धांगिनी' का हठ रहा 'प्रेमिकाओं' सा प्रेम..! जीवन की यही अतृप्ति "मृगतृष्णा" बन गयी ... Quote Writer 109 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 23 Jul 2024 · 1 min read पूँजी, राजनीति और धर्म के गठजोड़ ने जो पटकथा लिख दी है, सभी पूँजी, राजनीति और धर्म के गठजोड़ ने जो पटकथा लिख दी है, सभी पात्रों को उसी के अनुसार अभिनय करना पड़ रहा है। निराश न हों, हर पटकथा की एक... Quote Writer 29 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 22 Jul 2024 · 1 min read मैं सिर्फ उनके लिए लिखता हूं मैं सिर्फ उनके लिए लिखता हूं जिन्हें कहना नहीं आया। मेरे लिखे में उनकी आवाज सुनो। Quote Writer 53 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 22 Jul 2024 · 1 min read लिखता हूं जिसके लिए लिखता हूं जिसके लिए उसे ख़बर तक नहीं पढ़ते हैं वह लोग जो मुझे जानते तक नहीं!!✍️ Quote Writer 1 73 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 19 Jul 2024 · 1 min read पहाड़ पहाड़ इसलिए पहाड़ है क्योंकि जितना फैला है वह आसमान में उससे अधिक धँसा है कहीं अपनी ज़मीन में। - महेश चंद्र पुनेठा Mountains Quote Writer 1 80 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Jul 2024 · 1 min read ये उम्र भर का मुसाफ़त है, दिल बड़ा रखना, ये उम्र भर का मुसाफ़त है, दिल बड़ा रखना, की लोग मिलते बिछड़ते रहेंगे रास्ते में। ~विमल✍️ _________________________________🥀🥀 Quote Writer 90 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Jul 2024 · 1 min read यूं तो हमेशा से ही यूं तो हमेशा से ही अभाव रहा है शब्दों का पास मेरे, पर आज मौन सजाकर अधरों पर जो शब्द थे बचे खुचे छोड़ आए उन्हें हम पास तेरे चाहो... Quote Writer 98 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Jul 2024 · 1 min read मेरी यादों में मेरी यादों में दूर नहीं हो तुम ! बहुत दूर से पहले वाला जो दूर है वहां तक रोज आता हूं मैं हर रोज , बिखरने , सिमटने , लौटने... Quote Writer 1 123 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Jul 2024 · 1 min read प्रेम किसी दूसरे शख्स से... प्रेम किसी दूसरे शख्स से... असल में उतना नही होता जितना हमे अपनी कल्पनाओं में उससे होता है, हम किसी और से नही बल्कि अपनी ही कल्पना में बनाई हुई... Quote Writer 62 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Jul 2024 · 1 min read मैं मन के शोर को मैं मन के शोर को ठीक ठीक लिख नहीं पाता आवाजें धागा नहीं होती उलझी हुई आवाज़ों के सिरे हाथ नहीं आते और शोर बढ़ता जाता है मन बहरा हो... Quote Writer 2 122 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 9 Jul 2024 · 1 min read ये बादल क्युं भटक रहे हैं ये बादल क्युं भटक रहे हैं फिजा में दर बदर..!! शायद इनसे भी बात नहीं कर रहा इनका अपना कोई....!!!! Quote Writer 2 66 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Jul 2024 · 1 min read कितने शब्द हैं कितने शब्द हैं एक दुख के लिए मेरे पास कितने आंसू हैं एक ही जीवन में रोने के लिए अनगिनत आशायें हैं बार-बार हार जाने के बाद भी कई कविताएं... Quote Writer 2 105 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Jul 2024 · 1 min read पुण्यतिथि विशेष :/ विवेकानंद पुण्यतिथि विशेष :/ विवेकानंद मैं ऐसे भगवान में विश्वास नहीं करता जो जिंदा रहते हुए मुझे रोटी तो नहीं दे सकता लेकिन मरने के बाद स्वर्ग देगा ! Quote Writer 2 81 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 2 Jul 2024 · 1 min read तुम मेरी प्रिय भाषा हो तुम मेरी प्रिय भाषा हो वो भाषा जिसमे देखे जा सकते हैं सपने और कहा जा सकता है दुख बिना किसी संकोच के, जिसमे कहा और सुना जा सकता है... Quote Writer 3 126 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 30 Jun 2024 · 1 min read मैं लोगों की तरह चांद तारे तोड़ कर तो नही ला सकता लेकिन तुम मैं लोगों की तरह चांद तारे तोड़ कर तो नही ला सकता लेकिन तुम कहो तो जामुन तोड़ कर ला सकता हू 😍 Quote Writer 2 81 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 26 Jun 2024 · 1 min read गाँव इतना छोटा है गाँव इतना छोटा है कि कहीं छिप - छिप कर मिल नहीं सकते। और फिर शहर इतना बड़ा है कि हम एकदूसरे को ढूंढ नहीं पाते।। (2018 : मैंने गांव... Quote Writer 2 121 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 17 Jun 2024 · 1 min read विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमचंद Quote Writer 2 69 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Jun 2024 · 1 min read कितना दूर जाना होता है पिता से पिता जैसा होने के लिए... कितना दूर जाना होता है पिता से पिता जैसा होने के लिए... पितृ दिवस विशेष : Quote Writer 3 112 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 Jun 2024 · 1 min read पहले नदियां थी , तालाब और पोखरें थी । हमें लगा पानी और पेड़ पहले नदियां थी , तालाब और पोखरें थी । हमें लगा पानी और पेड़ की कोई कीमत नहीं है जमीन की कीमत है । हमने एक एक पेड़ काटा ,... Quote Writer 3 101 Share Page 1 Next