amod srivastava Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid amod srivastava 19 Jul 2016 · 1 min read आखिर कोई क्यू आखिर कोई क्यों मुझे पढ़ना चाहेगा????? अपने अमूल्य जीवन का निर्धारित वक्त क्यों मुझमें व्यर्थ करेगा????? कई बार कलम ... ठिठक जाती है ज्ञान कोष निरुत्तर हो जल सी निकली... Hindi · कविता 1 1 600 Share amod srivastava 19 Jul 2016 · 1 min read एक बाप की औलाद सूखा पीपल हवा का झोका आया और खर खर खर कु आवाज से पीपल के पत्ते जमीं पर बिखर गए अब न मालूम पड़ रहा था कौन किस फ्लोर का... Hindi · कविता 1 564 Share