बिमल तिवारी “आत्मबोध” Tag: जय श्रीराम 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid बिमल तिवारी “आत्मबोध” 10 Sep 2024 · 1 min read *श्रीराम* पिवत राम रस चढ़ी खुमारी तब जानी दुनियाँ हैं उधारी जंग तब किसके लिए हैं सारी क्यो इतनी रंजिश इतनी व्याधि राम चदरिया तन ओढ़ के सर चंदन तिलक लगाय... Hindi · कविता · जय श्रीराम 43 Share