भवेश Tag: कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid भवेश 17 Feb 2024 · 1 min read बचपन मेरा..! बचपन मेरा निकल रहा, जवानी की और चल रहा, वो डर मुझे यूं खल रहा, मैं डर रहा, मैं मर रहा, हर पल यूं ही तड़प रहा, ना दुख में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बाल कविता 1 110 Share भवेश 17 Feb 2024 · 1 min read शतरंज दिमाग करता उसका मान है, समझदारो की वो पहचान है, शतरंज करता है उनकी शुद्धि, जिनकी होती है चतुर बुद्धि, आओ समझे इस शाही खेल को, राजा - रानी के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बाल कविता · शतरंज 2 56 Share भवेश 17 Feb 2024 · 1 min read परीक्षा है सर पर..! कमर कस रहा हूं, सवालों में फस रहा हूं, परीक्षा है सर पर, ना जाने क्यों हस रहा हूं, हर सवाल कर रहा प्रहार, पर है विश्वास, करूंगा संहार, उम्मीदों... Poetry Writing Challenge-2 · BHU Student Poetry · कविता · परीक्षा · बाल कविता 1 93 Share भवेश 26 Jan 2024 · 1 min read हम वो हिंदुस्तानी है, हम वो हिंदुस्तानी है, जहा के ऋषि सर्वज्ञानी है, हम वो ही स्वाभिमानी है, जिनकी महान कहानी है, हम हिंदी है मराठी है, हम बिहार की बिहारी है, हम दक्षिण... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गणतंत्र दिवस 3 1 81 Share भवेश 25 Jan 2024 · 1 min read ना जाने क्यों...? ना जाने क्यूं...? मन खोया सा जा रहा, आंखों के आगे अंधेरा छा रहा, कर रहा कोशिश बहुत, पर मैं होश खोता जा रहा...। मन मेरा चंचल सा होकर, रुक... Poetry Writing Challenge-2 · आज के जीवन की भागदौड़ · कठिन जीवन · कविता · मन का तूफान 3 1 108 Share भवेश 25 Jan 2024 · 1 min read जब घर से दूर गया था, याद है मुझे, जब घर से दूर गया था, मन में जोश भरकर, चल पड़ा था.., सोचा था बड़ा हो गया, अकेले रह लूंगा.., पर जब दिन बीते , रात... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 1 135 Share भवेश 25 Jan 2024 · 1 min read श्री राम आ गए...! श्री राम अयोध्या आ गए, तन् मन में यूं छा गए..! सांवरा तन उनका यूं चमक रहा, हमारे मन में उनका सौंदर्य धधक रहा..। ऐसा लग रहा, पूजा मोदी जी... Poetry Writing Challenge-2 · अयोध्या · अयोध्या धाम · कविता · जय श्री राम 3 1 133 Share भवेश 24 Jan 2024 · 1 min read हां मैं दोगला...! हां मैं दोगला …! अकेलेपन के सामने अकेला ही मैं चल रहा, हूं मैं एक काफिर ऐसा जिसके काफिले में, ना बचा अब हौसला…, हां मैं दोगला…! उम्मीद लगाई मुझसे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 82 Share भवेश 24 Jan 2024 · 1 min read मैं कितना अकेला था....! उस दिन मुझको पता चला कि मै कितना अकेला था, जब घर से दूर लोगो ने मुझको यूं धकेला था। लोगो की बढ़ती आशा को मैं खुद ही यूं सहता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बाल कविता 3 1 92 Share भवेश 18 May 2021 · 1 min read गाँव की बरसात गाँवों की बरसात जब गाँवों मे होती बरसातें, संग मे अपने खुशियाँ लाते, बारिश मे हम बाहर जाते, मोंर वहाँ के नाचते जाते, बच्चों को नए खेल खिलाते, टर्र-टर्र कर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 11 433 Share भवेश 17 May 2021 · 1 min read बचपन की बरसात बचपन की बरसात याद है हमको वो राते, जब आती थी बचपन की बरसाते, बचपन मे हम बच्चे उछलते मटकते, उस गीले मेंढक से कहते , रे मेंढक, तुम क्यू... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 19 1k Share