बसंत कुमार शर्मा Tag: ग़ज़ल 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid बसंत कुमार शर्मा 5 Feb 2023 · 1 min read ग़ज़ल चाह जी भर कर मुझे कह उठा मन, मिल गया है चाहतों का घर मुझे। उसकी आँखों में दिखा जब प्यार का सागर मुझे। मुस्कुरा कर कह रही है आज मुझसे ज़िंदगी, चार पल की... Hindi · ग़ज़ल 229 Share बसंत कुमार शर्मा 19 Nov 2022 · 1 min read प्यार से जो भरी नहीं होती प्यार से जो भरी नहीं होती. ज़िन्दगी ज़िन्दगी नहीं होती. कौन तितली के भागता पीछे, वो अगर चुलबुली नहीं होती. तुम सियासत से दूर ही रहना, ये किसी की सगी... Hindi · ग़ज़ल 162 Share बसंत कुमार शर्मा 9 Nov 2022 · 1 min read नयन - एक गजल स्वप्न के जब बीज बोते हैं नयन. खुद को खुद में ही डुबोते हैं नयन. गर किसी दिन खो गए तो खो गए, इश्क में कब रोज खोते हैं नयन.... Hindi · ग़ज़ल 1 2 291 Share