Balram Nirmalkar 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Balram Nirmalkar 24 May 2021 · 1 min read खुशियों की बरसात बादलों की गड़गड़ाहट से, बारिश की रिमझिम फुहार हुई, धरती की प्यास बुझी, सबके मन मे खुशियां छाई। मोर भी नाच उठा, पेड़ पौधे खुशियों से झूमे, सूखी नदियों में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 3 489 Share