avadhoot rathore Tag: कविता 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid avadhoot rathore 2 Jul 2017 · 1 min read मिलन मेघराज की बदरी रानी, मेघ-पिया ढूंढत पगलाय। ढूंढ-ढूंढ खुद आप हिरानी, मेघ-सजन कित गये हिराय। श्रम-जल भीगी सारी सारी, सारी तन से लिपटी जाय । सिहुर शीत जब सारी झटके,... Hindi · कविता 1 485 Share avadhoot rathore 18 Feb 2017 · 1 min read परिचय परिचय ख़ुद से कर मना,मिले ख़ुदी का भान । उससे नित हो सामना ,रमे उसी में ध्यान । रमे उसी में ध्यान,होय अजपा- जप अरचय। मिले परम-पद स्थान, किया जब... Hindi · कविता 1 898 Share avadhoot rathore 23 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ ठुमकत अँगना,तुतले- तुतले बोल, छम-छम पैंजन की छमक,छिन कितने अनमोल।१। जग में तीरथ बेटियाँ,तारत दो परिवार, है पहिला तो मायरा,दूजा है ससुरार।२। मनोयोग से बेटियाँ,सम्हाले घर-बार, रँग-बिरँगी राँगोलियाँ,साजत अँगना-द्वार।३... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 857 Share avadhoot rathore 30 Dec 2016 · 1 min read नववर्ष २०१७ सलाम करते हम सभी, तुझको ओ नववर्ष। सतरह तेरे राज्य में, सबका हो उतकर्ष। सबका हो उतकर्ष , न हो कोई भी ग़ुलाम। यूँ ना हो अपकर्ष , हम करें... Hindi · कविता 415 Share avadhoot rathore 19 Dec 2016 · 1 min read कलियुग-दंश हे श्याम तुम्हारे राज्य में, कंस ऐंठते मूंछ। सुनें सिंहश्री गीदड़-भभकी, रहें दबाए पूंछ। सज्जन दुर्जन के घर जाके, रोज़ दबाएँ पैर। कूकुर साहब को साहब श्री, भोर कराएँ सैर। Hindi · कविता 288 Share avadhoot rathore 28 Nov 2016 · 1 min read षडपदी बढ़ती जाय घड़ी की सुइयाँ, पल छिन घटत उमरिया हाय। तौ भी ऐश की फिक्र सतावे, मुफत का माल कब मिल जाय। दाँत बचे नहि मुँह में इक भी, तड़पत... Hindi · कविता 341 Share avadhoot rathore 1 Aug 2016 · 1 min read कन्या भ्रूण संरक्षण कविता क्यों बिटिया तुम्हें रास आती नहीं ? क्यों ख़ुशियाँ तुम्हें यार भाती नहीं ? है बिटिया घरों में चहकती बुलबुल, क्यों बुलबुल तुम्हें यार भाती नहीं ? है पुरुष... Hindi · कविता 672 Share