Ashwani Kumar 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashwani Kumar 7 Dec 2024 · 1 min read सोना ठीक है क्या ख्वाहिशें का बोझ ढोना, ठीक है क्या आपका यों नित्य रोना, ठीक है क्या दूसरों की बात को दिल में दबाकर फिर पलक अपनी भिगोना,ठीक है क्या लौटकर आता नहीं... Hindi 178 Share Ashwani Kumar 7 Dec 2024 · 1 min read यार हम कैसे करें यार हम कैसे करें। तुम निभाओ दुश्मनी फिर प्यार हम कैसे करें ज़िंदगी तूझ पे भरोसा यार हम कैसे करें ख़ास है रिश्ता हमारे बीच इक उम्मीद का पर तुझे... Hindi · गीतिका 245 Share Ashwani Kumar 24 Nov 2024 · 1 min read गीतिका ज़िंदगी को प्यार पहला मानकर अपना समझ चाहकर पाई नहीं हर चीज़ को सपना समझ फल नहीं मिलता बराबर कोशिशों का हरसमय एक रोटी के लिए दिन रात है खपना... Hindi · गीतिका 224 Share Ashwani Kumar 23 Nov 2024 · 1 min read छन्द गीतिका ज़िंदगी जिंदगी भारी सभी को और लगती शूल-सी। प्यार भी इससे बहुत है और है मक़बूल-सी। ज़िंदगी बेहद अनोखी, है करिश्माई बहुत, दूसरों की है नगीना और अपनी धूल-सी। मस्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 189 Share Ashwani Kumar 21 Nov 2024 · 1 min read छंद: हरिगीतिका : इस आवरण को फोड़कर। साथी पुराने मीत सब, सम्पर्क उनसे तोड़कर। जिनके लिए तुम खट रहे,सब स्वप्न अपने छोड़कर। जिसदिन लगाओगे गणित,तुमको समझ ये आएगा, पाया नहीं कुछ अंततः, रिश्ते नये ये जोड़कर। देते... Hindi · गीतिका 253 Share Ashwani Kumar 21 Nov 2024 · 1 min read छन्द सरसी: *जिनका कुशल प्रबन्ध* जीवन में हैं द्वंद हज़ारों, कच्चे सब सम्बंध। जंजीरों में जकड़े रखते, नियम कड़े अनुबंध। जीवन पथपर हँसते गाते,बढ़ जाते कुछ लोग, और अधिकतर बाँधे रखते, आशा का कटिबंध। सागर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 207 Share