Ashok deep Tag: Quote Writer 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok deep 28 Jun 2024 · 1 min read साँझ- सवेरे योगी होकर, अलख जगाना पड़ता है । साँझ- सवेरे योगी होकर, अलख जगाना पड़ता है । तनदाही लपटों को हँसकर, अंग लगाना पड़ता है । सहज नहीं मिल जाता मन को,प्रेम-कमल इस दुनिया में- सीप सरीखी आँखों... Quote Writer 135 Share Ashok deep 28 Jun 2024 · 1 min read पूछ मत प्रेम की,क्या अजब रीत है ? पूछ मत प्रेम की,क्या अजब रीत है ? जेठ की धूप भी, पौष- सी शीत है । प्रेम की शर्त में, जीतना हार है - हारना प्रेम में, प्रेम की... Quote Writer 1 96 Share Ashok deep 17 Jun 2024 · 1 min read पीर- तराजू के पलड़े में, जीवन रखना होता है । पीर- तराजू के पलड़े में, जीवन रखना होता है । ध्यान लगाकर मन-कानन में, हर पल तपना होता है । सहज नहीं मिल जाते माधव,चंद्र-वदन घन-केशी को - रोम -... Quote Writer 128 Share Ashok deep 17 Jun 2024 · 1 min read क्या जलाएगी मुझे यह, राख झरती ठाँव मधुरे ! क्या जलाएगी मुझे यह, राख झरती ठाँव मधुरे ! कर सकेगी क्या चमन को, रेत डूबा गाँव मधुरे ! जब तलक तू साथ मेरे, जिंदगी की रहगुजर में- चिलचिलाती धूप... Quote Writer 1 147 Share Ashok deep 12 Nov 2023 · 1 min read नित हर्ष रहे उत्कर्ष रहे, कर कंचनमय थाल रहे । नित हर्ष रहे उत्कर्ष रहे, कर कंचनमय थाल रहे । अरुणिम आभ लिए रविमुख-सा,तिलकित उन्नत भाल रहे । नृत्य सिंधु पर करे भले ही, लहर तमस अब आठ पहर- मोदमान... Quote Writer 297 Share Ashok deep 22 Sep 2023 · 1 min read समझ मत मील भर का ही, सृजन संसार मेरा है । समझ मत मील भर का ही, सृजन संसार मेरा है । जरा-सी साँझ है मेरी, जरा-सा शुभ सवेरा है । उड़ानें भर अभय होकर, अरे आजाद मन पाँखी - न... Quote Writer 232 Share Ashok deep 22 Sep 2023 · 1 min read खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो । खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो । टपकता सोम पत्थर से, कभी तुम भींचकर देखो । अमलतासी सुमन होकर, अगर महकें न तो कहना- प्रणय की धार... Quote Writer 222 Share Ashok deep 23 Apr 2023 · 1 min read जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा । जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा । खिलौना काच का है ये, खिलौना टूट जाएगा । किसी की बात पर करना, भरोसा खुद को छलना है- यहाँ सब... Quote Writer 411 Share Ashok deep 2 Apr 2023 · 1 min read अपने ही हाथों से अपना, जिगर जलाए बैठे हैं, अपने ही हाथों से अपना, जिगर जलाए बैठे हैं, खुशबू की चाहत में गुल से, धोखा खाए बैठे हैं । देख रहे हो जिन आँखों में,सपनों की तहरीरों को- तुम... Quote Writer 2 2 327 Share Ashok deep 3 Mar 2023 · 1 min read मन-मंदिर में यादों के नित, दीप जलाया करता हूँ । मन-मंदिर में यादों के नित, दीप जलाया करता हूँ । होकर बेखुद आँखों को मैं, चाँद दिखाया करता हूँ । बरसेगी वो खुशबू बनकर, इक दिन इस वीराने में- साँझ-सवेरे... Quote Writer 437 Share