Ashok deep Tag: ग़ज़ल/गीतिका 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok deep 29 Jun 2024 · 1 min read बात चली है गीतिका जाने कैसी बात चली है । सहमी-सहमी बाग़ कली है । जिन्दा होती तो आजाती, सायद बुलबुल आग जली है । दुख का सूरज पीढ़ा तोड़े, सुख की मीठी... Hindi · Best Hindi · Best Hindi Poetry · Samajik Kavita · Social Poetry · ग़ज़ल/गीतिका 1 75 Share Ashok deep 11 Dec 2022 · 1 min read नदिया रोये.... नदिया रोए बिलखे भाखर । कौन किसे समझाए आकर । सोच रहे हैं मांझी सारे रखदे आँधी नौका लाकर l देता है जग खुशियाँ लेकिन दो में से दो रोज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 186 Share Ashok deep 26 Jul 2021 · 1 min read सीख ले नेवले से दिल लगाना सीख ले । सर्प को अपना बनाना सीख ले । जानना है जिंदगी का अर्थ तो आँसुओं को गुनगुनाना सीख ले । कौन पढ़ता है प्रणय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 445 Share