ashok babu mahour 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ashok babu mahour 2 Mar 2023 · 1 min read लटक गयी डालियां आज फिर लटक गयी डालियां पेड़ों की, बारिश रिमझिम हो रही सुबह से। हवा चल रही सीरी - सीरी बढ़ा रही ठंडक ताकि ओढ़ लें कंबल लोग सारे अंगीठी में... Hindi · अशोक बाबू माहौर की कविता · कविता · साहित्य 312 Share ashok babu mahour 17 Jul 2021 · 1 min read हाइकू हिलती धरा पेड़ पौधे मकान दहले लोग | सड़क खाली सन्नाटा पसरा है घर में लोग | टूटा मकान खिड़की और द्वार ठिकाना नहीं | अशोक बाबू माहौर Hindi · हाइकु 1 417 Share ashok babu mahour 15 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ घर की रौनक रोशनी समाज की लाडली माँ की आँगन की किलकारी फुलवारी I बेटियाँ होती प्यारी निभाती फर्ज महानता का करती संघर्ष जीवन भर रचती इतिहास नित नया... Hindi · कविता 618 Share