अशोक कुमार ढोरिया Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अशोक कुमार ढोरिया 25 Aug 2024 · 1 min read इंसानियत झुक जाता हूँ मैं, मगर टूटा हुआ नहीं हूँ मैं । पंख विहीन होते हुए भी, भरना चाहता हूँ ऊँची उड़ान, अनन्त आसमान में। मगर इंसानियत के नाते, जमीन पर... Hindi · कविता 58 Share अशोक कुमार ढोरिया 25 Aug 2024 · 1 min read सपने सपने ***** सपने तो मेरे भी बहुत थे, रातभर उड़ान भरते, भोर होने तक टूट जाते, मिट्टी के घरौंदे की तरह। केवल मन ललचाने को, याद बन कर रह जाते... Hindi · कविता 60 Share अशोक कुमार ढोरिया 6 Nov 2018 · 1 min read मैं नन्हा नन्हा बालक हूँ नन्हा नन्हा बालक हूँ मैं मरुस्थल की सैर करता हूँ चलता चलता थक जाता हूँ ऊँट को जहाज बनाता हूँ। नन्हा नन्हा बालक हूँ मैं मैं भ्रमण लम्बे करता हूँ... Hindi · कविता · बाल कविता 6 595 Share अशोक कुमार ढोरिया 4 Nov 2018 · 1 min read माँ कलेजे में दुःख-दर्द छिपाकर, फूल-सी खिली रहती थी माँ निवाला दे अपने मुख का मुझे, स्वयं भूखी रहती थी माँ स्वयं चाहे न मिला आशियाना, सुरक्षा कवच बन मेरी अच्छा... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 69 1k Share