अश्क चिरैयाकोटी Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid अश्क चिरैयाकोटी 9 Apr 2022 · 1 min read चार काँधे हों मयस्सर...... प्यार तो सारा है उनका बस दिखाने के लिए, ढूँढते हैं वो बहाने ज़ुल्म ढाने के लिए।। ख़ुद ब ख़ुद कश्ती किनारे तक नहीं जाती कभी, हौसला भी चाहिए कुछ... Hindi · कविता 1 518 Share