अश्क चिरैयाकोटी 33 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अश्क चिरैयाकोटी 10 Aug 2024 · 1 min read अदा बोलती है... ये दुनिया न सोचो कि क्या बोलती है, इसे बोलना है, सदा बोलती है।। दिखावा बहुत ही करे बे-हयाई, हयादार की तो हया बोलती है।। मुहब्बत में होता है ऐसा... Hindi · ग़ज़ल 1 361 Share अश्क चिरैयाकोटी 2 Jun 2023 · 1 min read मुजरिम करार जब कोई क़ातिल... जो दिल की बारगाह में दाख़िल नहीं हुआ, उस पर फ़िदा किसी भी तरह दिल नहीं हुआ।। किरदार कटघरे में रहा मेरा क्यूँकि मैं, दुनिया की भीड़ - भाड़ में... Hindi · ग़ज़ल 2 1k Share अश्क चिरैयाकोटी 16 Apr 2023 · 1 min read दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब.. मुश्किलों से पार पाना चाहिए, लाख हों ग़म, मुस्कुराना चाहिए।। गर जिया अपने लिए तो क्या जिया, काम औरों के भी आना चाहिए।। दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब, दुश्मनों... Hindi · ग़ज़ल 1 477 Share अश्क चिरैयाकोटी 20 Feb 2023 · 1 min read आह जो लब से निकलती.... दिल में नफ़रत और पलती जाएगी, आह जो लब से निकलती जाएगी।। बंद करिए बात करनी बेतुकी, मूँग फिर छाती पे दलती जाएगी।। घर से निकलो चूमकर माँ के क़दम,... Hindi · ग़ज़ल 1 445 Share अश्क चिरैयाकोटी 30 Oct 2022 · 1 min read रहे मुहब्बत सदा ही रौशन.. खड़े -खड़े दिल पे दूर से ही,सितम न दूरी का ढा के रखिए, करीब आकर हमारे अब तो, नज़र नज़र से मिला के रखिए।। ये सुर्ख़ मेंहदी की है जो... Hindi · ग़ज़ल 5 2 537 Share अश्क चिरैयाकोटी 17 Aug 2022 · 1 min read हमें जाँ से प्यारा हमारा वतन है.. तिरंगे के नीचे न होती थकन है। हमें जाँ से प्यारा हमारा वतन है।। यहीं पर निशानी मिली सभ्यता की, कहीं दिव्यता की,कहीं मित्रता की, नहीं द्वेष कोई किसी से... Hindi · गीत 3 411 Share अश्क चिरैयाकोटी 5 Aug 2022 · 1 min read तिरंगा चूमता नभ को... शहीदों की शहादत ने गढ़ा प्रतिमान है लोगों, तिरंगा चूमता नभ को,वतन की आन है लोगों, चले पीछे इसी के "अश्क" भारत का हरिक वासी- हमारे देश की जग में... Hindi · मुक्तक 1 714 Share अश्क चिरैयाकोटी 22 Jul 2022 · 1 min read हम आज भी हैं आपके..... दिल से वफ़ा की रस्म निभाकर तो देखिए, हम आज भी हैं आपके आकर तो देखिए।। छट जायेंगे अँधेरे यक़ीनन ही एक दिन, उम्मीद का चराग़ जलाकर तो देखिए।। रह... Hindi · ग़ज़ल 2 1 864 Share अश्क चिरैयाकोटी 18 Jul 2022 · 1 min read अना दिलों में सभी के.... अना दिलों में सभी के यहाँ बराबर है, जिधर भी देखिए,दिखता हसद का मंज़र है।। तू अपने आप से कमतर समझ रहा जिसको, नज़र में और किसी की वो तुझसे... Hindi · ग़ज़ल 2 402 Share अश्क चिरैयाकोटी 26 Jun 2022 · 1 min read माँ कोख से ही माँ की मिलता साँस को विस्तार है, और सबके जिस्म का बनता वहीं आकार है।। वो न होती यदि धरा पर, कैसे फिर आता कोई, इस जगत... Hindi · ग़ज़ल 5 3 660 Share अश्क चिरैयाकोटी 20 Jun 2022 · 1 min read कभी ज़मीन कभी आसमान..... कभी ज़मीन कभी आसमान रखता हूँ, मैं अपने ज़ेहन में सारा जहान रखता हूँ।। ये सोचकर कि न तकलीफ़ हो किसी दिल को, हरेक लफ़्ज़ में शीरी ज़ुबान रखता हूँ।।... Hindi · ग़ज़ल 9 4 804 Share अश्क चिरैयाकोटी 5 Jun 2022 · 1 min read परख लो रास्ते को तुम..... ज़रूरी है सफ़र में पांव रखने से ज़रा पहले। परख लो रास्ते को तुम विचरने से ज़रा पहले।। न ऐसा हो कि सुनते ही किसी का टूट जाये दिल, बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 599 Share अश्क चिरैयाकोटी 26 May 2022 · 1 min read हर सिम्त यहाँ... हर सिम्त यहाँ आज ये क्या देख रहा हूँ, मेयार लियाक़त का घटा देख रहा हूँ, अब 'अश्क' निदामत के न आँखों में किसी के- तहज़ीब का ये रूप नया... Hindi · मुक्तक 3 382 Share अश्क चिरैयाकोटी 24 May 2022 · 1 min read जब-जब देखूं चाँद गगन में..... विरह वेदना के झंकृत स्वर मंद-मंद मुस्काते हैं। स्नेहिल स्मृतियों के झूले झूला रोज़ झुलाते हैं।। जब-जब देखूं चाँद गगन में बस तुझमें खो जाता हूँ, मन के सूने आंगन... Hindi · नज़्म 2 1 652 Share अश्क चिरैयाकोटी 12 May 2022 · 1 min read जबसे मुहब्बतों के तरफ़दार...... जबसे मुहब्बतों के तरफ़दार बिक गये, नफ़रत भरे अजीब से अशआर बिक गये, ऐ "अश्क"अब जहान में किन पर करें यक़ीन- हमको था जिन पे नाज़ वो किरदार बिक गये।।... Hindi · मुक्तक 1 524 Share अश्क चिरैयाकोटी 10 May 2022 · 1 min read ठोकर तमाम खा के.... ठोकर तमाम खा के सँभलते रहे हैं हम। हसरत लिये मुकाम की चलते रहे हैं हम।। आगे न ग़र्दिशों के झुका अपना सर कभी, आँखें मिला के उनसे निकलते रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 631 Share अश्क चिरैयाकोटी 5 May 2022 · 1 min read वेदना जब विरह की... वेदना जब विरह की लिखी लेखनी, पीर की हर चुभन बन गयी रागिनी, "अश्क"में चाँद उतरा धरा पर मगर- नील नभ में विहँसती रही चाँदनी।। © अशोक कुमार " अश्क... Hindi · मुक्तक 3 2 552 Share अश्क चिरैयाकोटी 1 May 2022 · 1 min read मेरे हर सिम्त जो ग़म.... मेरे हर सिम्त जो ग़म का तूफ़ान है, ये किसी की मुहब्बत का एहसान है।। अब सियासत की मंडी में चारों तरफ़, बिक रहा नफ़रतों का ही सामान है।। नाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 600 Share अश्क चिरैयाकोटी 29 Apr 2022 · 1 min read ग़म की ऐसी रवानी.... ग़म की ऐसी रवानी लगे है कोई, पानी पर लिखता पानी लगे है कोई, हर वरक"अश्क"से जिसका हो धुल गया - वो अधूरी कहानी लगे है कोई।। © अशोक कुमार... Hindi · मुक्तक 1 931 Share अश्क चिरैयाकोटी 25 Apr 2022 · 1 min read गुफ़्तगू का ढंग आना चाहिए गुफ़्तगू का ढंग आना चाहिए, और लहजा शायराना चाहिए।। जिस किसी को रास्ते की हो समझ, हमसफ़र उसको बनाना चाहिए।। कौन क्या कहता है ये छोड़ो मियाँ, है सही क्या,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 532 Share अश्क चिरैयाकोटी 9 Apr 2022 · 1 min read चार काँधे हों मयस्सर...... प्यार तो सारा है उनका बस दिखाने के लिए, ढूँढते हैं वो बहाने ज़ुल्म ढाने के लिए।। ख़ुद ब ख़ुद कश्ती किनारे तक नहीं जाती कभी, हौसला भी चाहिए कुछ... Hindi · कविता 1 674 Share अश्क चिरैयाकोटी 1 Apr 2022 · 1 min read समंदर से बिछड़ा किनारा.... समंदर से बिछड़ा किनारा न हो, कोई लड़ के लहरों से हारा न हो, भंवर में कोई नाव दम तोड़ दे- जहाँ में कहीं ये नज़ारा न हो।। © अश्क... Hindi · मुक्तक 2 640 Share अश्क चिरैयाकोटी 26 Mar 2022 · 1 min read है प्यार बाँटने का अरमान... है प्यार बाँटने का अरमान ज़िन्दगी में, वो चाहता है लाना तूफ़ान ज़िन्दगी में, सोचा था "अश्क"मंज़िल मिलकर रहेगी लेकिन- ये राह भी नहीं है आसान ज़िन्दगी में।। © अश्क... Hindi · मुक्तक 1 260 Share अश्क चिरैयाकोटी 20 Mar 2022 · 1 min read दिलों से दिलों को मिलाती है होली दिलों से दिलों को मिलाती है होली, मुहब्बत की रस्में निभाती है होली।। युवा हों कि बच्चे कि नारी या बूढ़े, सभी के ही मन को लुभाती है होली।। गिले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 475 Share अश्क चिरैयाकोटी 13 Mar 2022 · 1 min read कौन जाने कौन किससे........ कौन जाने कौन किससे आज कितना दूर है? देखने में प्यार सबके दरमियाँ भरपूर है।। हो गया है मर्ज़ दिल का इसलिए अब लाइलाज़, ज़ख़्म हल्का सा रहा जो बन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 544 Share अश्क चिरैयाकोटी 3 Mar 2022 · 1 min read और मुझपे ज़ुल्म ...... और मुझपे ज़ुल्म ढाना छोड़ दे, क्या कहेगा ये ज़माना? छोड़ दे, हो सके तो "अश्क" के आ रूबरू - *आके यादों में सताना छोड़ दे।।* © अश्क चिरैयाकोटी दि०:03/03/2022 Hindi · मुक्तक 382 Share अश्क चिरैयाकोटी 28 Feb 2022 · 1 min read वोट देने से पहले... आजकल बस उसी की शुहरत है, जिसको भी हाँकने की आदत है।। है सभी को तलाश मौके की, साफ़ किसकी यहाँ पे नीयत है।। फ़िक्र आवाम की यहाँ किसको, बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 409 Share अश्क चिरैयाकोटी 24 Feb 2022 · 1 min read रहा हूँ जूझता अक्सर........ रहा हूँ जूझता अक्सर कमी से, गिला कोई नहीं, पर ज़िन्दगी से, किसे है "अश्क"ख़्वाहिश दो-जहाँ की- मिला जितना मुझे, हूँ ख़ुश उसी से।। © अश्क चिरैयाकोटी दि०:24/02/2022 Hindi · मुक्तक 3 4 450 Share अश्क चिरैयाकोटी 20 Feb 2022 · 1 min read न रोटी, न कपड़ा, न कोई मकाँ..... लगे आजकल हर कोई मेहरबाँ है, सियासत की ऐसी अजब दास्ताँ है।। किसी रात फुटपाथ पर जा के देखो, न रोटी,न कपड़ा,न कोई मकाँ है।। गया ईद-होली पे मिलना गले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 595 Share अश्क चिरैयाकोटी 16 Feb 2022 · 1 min read किसको तलाश करता..... किसको तलाश करता हज़ारों की भीड़ में, किरदार किसका साफ़ है सिक्कों की भीड़ में, हालात "अश्क" जबसे सियासी हुए यहाँ- अपना मिला न कोई भी अपनों की भीड़ में।।... Hindi · मुक्तक 2 467 Share Page 1 Next