'अशांत' शेखर Tag: Ashantshekhar 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid 'अशांत' शेखर 1 Jun 2023 · 1 min read प्यार,इश्क ही इँसा की रौनक है उस दिवार के बीच इक मोहब्बत कायम है,रहने दो चाँद सितारों की रोशनी से रात में चमक है,रहने दो इस रोशन आफ़ताब पे कोई कैसे हक़ जमा सकता इन्ही रोशनी... Poetry Writing Challenge · Ashantshekhar · ग़ज़ल 1 186 Share