कुमार अरविन्द 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कुमार अरविन्द 2 Sep 2018 · 1 min read एक वक्त था तेरी गली से होकर जब भी मैं गुजरता था मन ही मन प्रिये मै इतना सवरता था जैसे भौरे को अपने पास बुलाने को मेरे बाग के ये महके गुल... Hindi · कविता 250 Share कुमार अरविन्द 2 Sep 2018 · 1 min read मोहब्बत मोहब्बत को यू ही बदनाम करते है लोग जिसने कभी मोहब्बत किया ही नहीं मोहब्बत किसे कहते है वो नादान क्या जाने Hindi · मुक्तक 382 Share कुमार अरविन्द 2 Sep 2018 · 1 min read मत पूछो कितनी मोहब्बत है जब भी तुम मिलने आती थी कितनी जल्दी वो मुलाकात गुजर जाती थी प्यास बुझती नहीं बरसात गुजर जाती थी तेरी यादों से दिल दुखता था नींद आती नहीं और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 346 Share कुमार अरविन्द 3 Aug 2018 · 3 min read अनोखा प्रेम हमारे मोहल्ले में गीता आंटी रहती है हम अक्सर उनके यहाँ जाया आया करते है l कल सुबह की ही बात है हम जैसे ही आंटी के दरवाजा के पास... Hindi · लघु कथा 463 Share