Arjun Bhaskar Tag: मुक्तक 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arjun Bhaskar 19 Oct 2018 · 1 min read वह तो विजय है सदैव *रावण - सा ज्ञानी* बुराई नष्ट करने हुए आज इक्कट्ठा हैं पुतला दहन के बहाने ज्ञानी की कर रहे हत्या हैं।। किन अधिकारों से मनाते विजयादशमी ना मरता कभी रावण... Hindi · मुक्तक 349 Share Arjun Bhaskar 26 Sep 2018 · 1 min read *दर्द कागज़ पर,* *दर्द कागज़ पर,* *मेरा बिकता रहा,* *मैं बैचैन था,* *रातभर लिखता रहा..* *छू रहे थे सब,* *बुलंदियाँ आसमान की,* *मैं सितारों के बीच,* *चाँद की तरह छिपता रहा..* *अकड होती... Hindi · मुक्तक 446 Share Arjun Bhaskar 15 Sep 2018 · 1 min read सच्चाई दिखाऊंगा मैं आदमी जब *पत्तल* में खाना खाता था, मेहमान को देख के वह *हरा* हो जाता था, स्वागत में पूरा परिवार बिछ जाता था.... बाद में जब वह *मिट्टी के बर्तन*... Hindi · मुक्तक 424 Share