Archana katare 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Archana katare 10 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ तुम ममता मेँ लोरी हो, ममता की मूरत हो, अनुशासन मे लाठी हो, सूखे की बारिस की बूँदें हो, दिखती काँच हो रहती हीरा हो, तुम कुम्हार का घडा... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 44 1k Share