Priyank Upadhyay Tag: कविता 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Priyank Upadhyay 29 May 2024 · 1 min read ।। हमारे वीर जवान ।। तिरंगा लहरा रहा है विश्व सर नवा रहा है। भूल मत जाना हमारे देश के उन लाल को।। जिसके कारण ये तिरंगा विश्व को दहला रहा है। आगे आए चाहे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 113 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read ।। द्वंद्व।। अनादि काल से ये द्वंद्व चलता आ रहा है, किसी के अंदर जीत और हार का द्वंद्व है। किसी के अंदर पाने और खोने का द्वंद्व है, तो कोई अपने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 85 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read ।।संघर्ष।। ख्वाबों में जैसे कोई आवाज दे रहा है, कहता है यदि गिरो तो उठना ना भूलना तुम। उठ कर के फिर संभल के चलना ना भूलना तुम, संघर्ष ही है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 66 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read ।।दुख और करुणा।। कुछ मानव दानव बन कर इस धरती पर आते हैं। छोटे छोटे बालक को वो ग्रास बनाते हैं। नहीं धर्म उनके जीवन में, दया नहीं है उनके मन में, खूंखार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 81 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read ।।आज की मीडिया का सच।। बहुत बाढ़ के कारण घर की नींव में पानी भर गया। पति मर गया। पत्नी थी बाहर वो बच गई। मीडिया को पता चला। खोजते हुए वो वहां पहुंचा। गरीब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 75 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read ।। यथार्थ ।। छोटी छोटी खुशियों को,तू छोड़े आगे बढ़ जाए । सभी खुशियों को कल जिएंगे,ये कह कर निकल जाए।। तो ये समझो की वो कल जिंदगी में किसके कब आया। खुशी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 89 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *।। गिरती मानवता ।।* सुंदर नाम था उसका और करता था एक मिल में मजदूरी । दलित था वो शायद ये थी उसकी कमज़ोरी। मगर क्या ये सच था, क्या दलित होना ही कमज़ोरी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 78 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *भटकाव* प्रकृति के संग किया छेड़छाड़ भारी। पड़ती है ठंड और हो रही है बारिश ।। समाज में आज हम वैसा ही कर रहे । प्रकृति के साथ जो करके भुगत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 101 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *एकलव्य* द्रोणाचार्य जैसे गुरु ने ये कैसा कृत्य कर डाला। गुरुओं की गरिमा को जग में तहस नहस कर डाला ।। शिष्य का रिश्ता गुरु से क्या है सिखलाया था उसने।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 96 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read ~रोटी~ जो भूखा हो उसे तुम ज्ञान देने मत चले जाना । जो भूखा है उसके हर बात में आयेगी बस रोटी।। तपिश जो भूख की होती है क्या तुम जान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 74 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *कर्ण* मैं तो अबोध शिशु था,मुझको क्या था पता जगत का । छोड़ दिया था जल में ,किस ओर चला किस पथ पर । कैसी थी वो मां कैसे मुझको छोड़ा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 47 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *स्वार्थी दुनिया * गैर के सामने रोने से कुछ नहीं होगा । गुजर जायेंगे वो सामने से ऐसे ही ।। तेरा मज़ाक उड़ाएंगे पीठ पीछे तेरी। ये दुनियां ऐसे गिरे लोगों का बसेरा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 38 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *मंजिल* जिंदगी के चौराहे को पार करोगे । एक नया मोड़ इंतजार कर रहा होगा।। तुम सोचते हो मंजिल अब मिलेगी। मगर मंजिल के मिलते ही नए रास्ते खुल जायेंगे। जिसे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 59 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *मजदूर और उसकी कहानी * सुबह सुबह मजदूरी करने वो जाता है । जाने वो कितना पसीना बहाता है ।। शाम ढले थक करके चूर होके आता है । तब जाके खाने को रोटी वो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 67 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *वृद्धाश्रम* वृद्धाश्रम कोई जगह नहीं है । यह एक कब्र है । जहां दफ्न है, पिता की दिन रात की मेहनत, वो प्रेम जो अतुलनीय था, अपनी इच्छाओं को दरकिनार करते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 37 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *मौन* अभिव्यक्ति का सबसे गहरा माध्यम है मौन। मौन से जो हम कह सकते हैं । वो शब्दों द्वारा नहीं कह सकते ।। क्योंकि, शब्दों की कमी ही मौन को जन्म... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 46 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read - इज्जत और आत्महत्या - जब किसी लड़की की इज्जत चली जाती है । तो बहुत सी ऐसी लड़कियां आत्महत्या कर लेती हैं।। आत्महत्या करने से पहले ही उसके अंदर जिसे मरना चाहिए वो जिंदा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 57 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *बादल और किसान * सुन्दर घाटी में जा बरसू, बादल सोच रहे हैं। पानी लेकर कुछ बादल, अब देखो निकल पड़े हैं ।। काली घटा घिरी है, देखो कैसे घुमड़ रहे हैं। जानें कितना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 67 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *~ हंसी ~* आजकल अन्दर से जो हंसी फूटती है। वो खोती जा रही है। हंसो,मगर इतना ध्यान रखो, कोई देख ना ले तुम्हें हंसते हुए । दुखों से दुनियां भरी पड़ी है,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 63 Share Priyank Upadhyay 13 May 2024 · 2 min read * ये काशी है * अनादि काल से अपने अन्दर कई खूबियों को समेटे हुए, ये शहर है काशी । शायद कभी बहुत प्रसन्न हुए होगें महादेव तब उन्होंने निर्माण किया होगा काशी का।। अपने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 47 Share Priyank Upadhyay 13 May 2024 · 1 min read *एक बूढ़ी नदी* नदी अब बूढ़ी हो गई है । याद करती है वो अपने पुराने दिनों को।। जब वह समाज को नवजीवन देती थी । बिना किसी भेद - भाव के जब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 102 Share Priyank Upadhyay 13 May 2024 · 1 min read *~पहाड़ और नदी~* मैं कहता था मुझे पहाड़ पसंद हैं और तुम्हें? तो वो हंसते हुए कहती थी नदी। तब किसे मालूम था कि एक दिन मैं पहाड़ सा जड़ हो जाऊंगा उसे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 80 Share Priyank Upadhyay 13 May 2024 · 1 min read *प्रेम* प्रेम किया नहीं जाता बस हो जाता है। सच है,यही प्रेम की असली परिभाषा है।। प्रेम कोई भेदभाव करता नही है कभी। वो समान हर जगह रहता सदैव है।। प्रेम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 36 Share Priyank Upadhyay 13 May 2024 · 1 min read ~ मां ~ श्रद्धा से हूं शीश झुकाता, मैं वंदन करता हूं । सारे मातृ शक्ति के चरणों में, मैं नमन करता हूं ।। चरणों में हो स्वर्ग जहां, हर दुःख हो जाए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 37 Share