अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' Tag: दोहा 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 6 Mar 2018 · 1 min read होली *दोहे* बढ़ा उँगलियाँ रश्मि की, ऊषा मले गुलाल। सतरंगी क्षिति के हुए, मटमैले अब गाल। मदमाता मौसम हुआ, पी वासंती भंग। कुदरत ने अँगडाई ले, किये शिथिल सब अंग। लिये... Hindi · दोहा 4 454 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 9 Jul 2017 · 2 min read नीति के दोहे *दोहे* पचा रहे कल्मष कठिन, कलि के भोजन भट्ट। धर्म चीखता रह गया, अद्भुत यह संघट्ट। खाने को जीता जगत, नहीं धर्म से काम। बना हुआ पशु तुल्य यह, भटक... Hindi · दोहा 2 824 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 20 Jul 2016 · 1 min read बुढापे का दुख *दो दोहे* श्रमिक बना सुत ने किया, कितना आज तटस्थ। हाय बुढापे में हुआ, सतनय पिता दुखस्थ। ***** बुरा रोग है दीनता, यमघट तक है संग। क्या युवक क्या वृध्दजन,... Hindi · दोहा 1 485 Share