Adha Deshwal Tag: Self Analysis And Realisation 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Adha Deshwal 28 May 2024 · 1 min read भगवान एक बार आपको भगवान से प्यार हो जाता है, तो उनके सिवा कोई प्यारा नहीं लगता, फर्क बस इतना है कि लोग उनके पास तब जाते हैं, जब उनके पास... Poetry Writing Challenge-3 · Faith · God · Patience · Reality · Self Analysis And Realisation 4 136 Share Adha Deshwal 26 May 2024 · 1 min read मैं तेरी हो गयी जिसने इतने दुःख झेले हैं , इतना गम गहरा है, जिसकी बंसी छूट गई , जिसकी राधा जी दूर हो गईं, द्वारिका भी डूब गयी, और सारे अपने रूठ गए,... Poetry Writing Challenge-3 · Faith · Kanha · Love Poetry · Radhakrishn · Self Analysis And Realisation 4 189 Share Adha Deshwal 25 May 2024 · 1 min read भोलेनाथ किसी का नहीं चाहिए साथ, जब नाथो के नाथ भोलेनाथ का सिर पर हो हाथ, लोग करते होंगे हीरे मोती की तम्मना, मुझे तो बस आपकी है तम्माना, ना किसी... Poetry Writing Challenge-3 · Believe · Meregodfather · Om Namah Shivay · Self Analysis And Realisation · Truth Poetry 5 258 Share Adha Deshwal 24 May 2024 · 1 min read जाति ये जमाना है, जिसको सिखाना है, जाति तो देखो, लेकिन खुद की सोच मत देखो, हम लोगों को जज करते हैं, क्या हम खुद अच्छे हैं? क्या बिलकुल सच्चे है?... Poetry Writing Challenge-3 · Dream Of Change In Society · Reality Bites · Self Analysis And Realisation · Struggle · Truth Poetry 6 1 120 Share Adha Deshwal 22 May 2024 · 2 min read शादी लड़की हो या लड़का, शादी तो करनी है, इस रिश्ते में तो बंधना ही है, समाज के डर से, या अपनो के डर से, शादी तो करनी ही है, मम्मी... Poetry Writing Challenge-3 · Emotions · Fear · Philosophy Of Life · Self Analysis And Realisation · कविता 4 108 Share Adha Deshwal 22 May 2024 · 1 min read काश! मेरे पंख होते काश! मेरे पंख होते, तो मैं नीले आकाश में उड़ जाता, काश! मेरे पंख होते, तो मैं पक्षी बन नील गगन को निहारती, काश! मेरे पंख होते, तो मैं पक्षियों... Poetry Writing Challenge-3 · Heart Touching · Self Analysis And Realisation · कविता 3 175 Share Adha Deshwal 19 May 2024 · 1 min read अपने परयों की भीड़ में मिल जाता है कोई अपना सा लगता है, मगर खुल जाएँ आखें तो सपना सा लगता है, हकीकत तो यही है, ना इस समय कोई राम... Poetry Writing Challenge-3 · Self Analysis And Realisation · कविता 3 136 Share Adha Deshwal 17 May 2024 · 1 min read देख इंसान कहाँ खड़ा है तू देख इंसान कहाँ खड़ा है तू, लोगों के मेले हैं, दर्द तूने कितने झेलें हैं, उन दर्दों की दवा है तू, देख इंसान कहाँ खड़ा है तू| ये दुनिया के... Poetry Writing Challenge-3 · Reality · Self Analysis And Realisation · कविता 4 97 Share