Annu Gurjar Tag: कविता 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Annu Gurjar 14 Oct 2024 · 1 min read प्रीत वह प्रेम की पहली अनुभूति जैसे चंचल धारा के संग में बहती। नई उमंग नई तरंग नए सपनों की वह रेती। जिस पर रोज लिखूं मैं, रोज मिटाऊं अपनी कामनाओं... Hindi · कविता 1 2 41 Share Annu Gurjar 9 Sep 2024 · 1 min read समय जाने कब पंख लगा के समय उड़ गया। मैं सोचती ही रह गई ,धीरे-धीरे जीवन के हर वह लम्हे गुजर गए। जिनके देखे थे ख्वाब हमने। आया अब उम्र का... Hindi · कविता 84 Share Annu Gurjar 30 Jun 2024 · 1 min read तमन्ना लिखूं अगर कोई कविता में, तो तुम कलम हो मेरी। तुम्हारा ही जिक्र है ,हर कविता में मेरी।। एक तमन्ना है इस जेहन में मेरे। की कभी मेरा भी जिक्र... Hindi · कविता 2 72 Share Annu Gurjar 24 Dec 2022 · 1 min read सुकून मैंने सुकून से कहा कहां खोए हो तुम। ऐसी भी क्या खोए तुम जो याद नहींं तुम्हें हम।। माना कि बड़ा मुश्किल है पाना तुम्हें। पर हम तो है तुम... Hindi · कविता 160 Share Annu Gurjar 22 Sep 2022 · 1 min read वक्त तितली की तरह कितना चंचल है यह वक्त भी। जो दूर से लुभाता है मुझे बहुत पर हाथ नहीं आता है। काश आ जाए यह हाथ मेरे भी । बंद... Hindi · कविता 1 245 Share Annu Gurjar 11 Jul 2022 · 1 min read इंसान इस दुनिया को बनाने वाले ने भी क्या कर्म फरमाया है। कांटों में ही गुलाब को खिलाया है।। जिस प्रकार कांटो में खिलकर ही गुलाब, गुलाब बनता है ,उसी प्रकार... Hindi · कविता 1 2 637 Share Annu Gurjar 25 Jun 2022 · 1 min read चित्त चोर चांद को देख मुझे याद आया मेरा चित चोर । हाय , कभी चिढ़ाती थी मैं इसको आज चिढ़ाता है यह मुझे।। कभी कहती थी मैं इसको छुप जा रे... Hindi · कविता 290 Share Annu Gurjar 18 Jun 2022 · 1 min read बहुत कुछ है इस मन में जो तुमको बताना है मुझे बहुत कुछ है इस मन में जो तुमको बताना है मुझे थोड़ी सी फुर्सत निकालकर बैठो तो पास मेरे तुम। सब कुछ पता है तुमको अगर थोड़ा मेरे मन को... Hindi · कविता 196 Share Annu Gurjar 24 Jan 2022 · 1 min read खयाल जानती हूं बदल गया हर मौसम हर दिन हर रात के साथ। नहीं है वो बारिशों के दिन ,नहीं है वो सर्द रातें। नहीं है वो अब तुम और नहीं... Hindi · कविता 366 Share Annu Gurjar 8 Nov 2021 · 1 min read मेरा मन सब कुछ है पर कुछ भी नहीं जाने क्या छूटा है। इस जहां में मुझसे जो अभी तक मुझे मिला ही नहीं। ढूंढो कहां मैं किसको जिसका ना आता है... Hindi · कविता 2 309 Share Annu Gurjar 26 Oct 2021 · 1 min read पराई सब कहते हैं ।मैं पराई हूं। जिस देश से आई और जिस देश को गई मैं वहां पर आई हूं। पूछे मुझसे मेरी बिटिया मां कौन देश है मेरा जहां... Hindi · कविता 282 Share Annu Gurjar 5 Jul 2021 · 1 min read बाबुल का अंगना याद आता है मुझे बाबुल का अंगना वो नीम का पेड़ और डाली पर झूला वोआंगन में खेलता बचपन मेरा कभी इतराती, कभी इठलाती हवा के झोंके सी बलखाती बिना... Hindi · कविता 1 1 321 Share Annu Gurjar 21 Jun 2021 · 1 min read लोग कहते हैं हम कहते हैं कि लोग कहते हैं।। पर कभी सोचा है कि लोग क्या कहते हैं। लोग वही कहते हैं जो वो खुद करते हैं।। पूरी जिंदगी हमने यही सुना... Hindi · कविता 303 Share Annu Gurjar 13 Jun 2021 · 1 min read बरसात आज फिर याद आई बरसात कि वो भूली बिसरी यादें। जो दबाई थी मैंने दिल के किसी कोने में। याद आई बरसात की वो भूली बिसरी यादें।। वो दिन ,भी... Hindi · कविता 1 2 671 Share Annu Gurjar 3 Jun 2021 · 1 min read नारी तेरा जीवन नहीं है ,आंसा नारी तेरा जीवन नहीं है, आंसा।। उठाले तू अब तलवार। नहीं जी सकती बनकर सीता और राधा, उठाले तू अब तलवार। है इस समाज में दुर्योधन और दुशासन।। जो हर... Hindi · कविता 1 256 Share Annu Gurjar 27 Feb 2021 · 1 min read माँ- बाप बनकर मां - बाप , मां - बाप को जाना। ममता प्यार और स्नेह को हमने पहचाना ।। लोग कहते हैं हु मैं अपनी मां की परछाई । परछाई छोड़... Hindi · कविता 2 3 492 Share