Anis Shah 169 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anis Shah 30 Mar 2024 · 1 min read दर जो आली-मकाम होता है ग़ज़ल दर जो आली-मक़ाम¹ होता है क़ाबिल-ए-एहतिराम² होता है ज़र्द सोना भी ज़र्द पीतल भी पर अलग इनका दाम होता है वक़्त के सब ग़ुलाम है होते हैं वक़्त किसका... Hindi 1 31 Share Anis Shah 29 Mar 2024 · 1 min read प्यार आपस में दिलों में भी अगर बसता है ग़ज़ल प्यार आपस में दिलों में भी अगर बसता है तब कहीं जा के मकानों में ये घर बसता है मेरी आँखों में तो लगता है तुम्हें वीराना ज़ेह्न में... Hindi 1 32 Share Anis Shah 24 Feb 2024 · 1 min read तुम्हारी आँखें कमाल आँखें ग़ज़ल तुम्हारी आँखें कमाल आँखें, तुम्हारा हुस्न-ओ-जमाल आँखें खिले कँवल ख़्वाबों के हैं कितने, तुम्हारी आँखें हैं ताल आँखें बदन है शाही महल ये उनका, है इसमें दीवान-ए-ख़ास ये दिल... Hindi 1 63 Share Anis Shah 21 Feb 2024 · 1 min read जो हमने पूछा कि... ग़ज़ल जो हमने पूछा कि हम पर यक़ीं नहीं रखते तो हँस के कहने लगे हां! नहीं नहीं रखते वो जिसको शौक़ है ख़ाना-बदोशी का उसको हम अपने दिल में... Hindi 1 75 Share Anis Shah 14 Feb 2024 · 1 min read अगर शमशीर हमने म्यान में रक्खी नहीं होती ग़ज़ल अगर शमशीर¹ हमने म्यान में रक्खी नहीं होती तो हरगिज़ ये तुम्हारी सल्तनत फैली नहीं होती लुटाकर रौशनी अपनी मुनव्वर² मैं भी तो रहता अँधेरों ने हवाओं से जो... Hindi 1 51 Share Anis Shah 14 Feb 2024 · 1 min read हुनर है झुकने का जिसमें दरक नहीं पाता ग़ज़ल हुनर है झुकने का जिसमें दरक नहीं पाता शजर वो टूटता है जो लचक नहीं पाता मेरी तो आबरू इसने बचा ही रक्खी है तेरा लिबास बदन तेरा ढक... Hindi 1 61 Share Anis Shah 14 Feb 2024 · 1 min read उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा ग़ज़ल उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा ये दिल मेरा हाथापाई कर बैठा अच्छा बनना था अच्छाई कर बैठा मैं रिश्तों में ख़ुद ही खाई कर बैठा रोज़ मुझे... Hindi 1 66 Share Anis Shah 25 Jan 2024 · 1 min read ऐ वतन.... मुसलसल ग़ज़ल ऐ वतन जानो-दिल से तुझे हम प्यार करते हैं करते रहेंगे तेरे शैदाई तेरे दिवाने तुझपे मरते हैं मरते रहेगे आज हैं कल रहें न रहें हम, शान... Hindi 1 88 Share Anis Shah 20 Jan 2024 · 1 min read देखिए आप आप सा हूँ मैं ग़ज़ल देखिए आप, आप-सा हूँ मैं कुछ भला हूँ तो कुछ बुरा हूँ मैं मुझमें आसानियाँ तलाश न कर तेरी मंज़िल का रास्ता हूँ मैं टूट सकता नहीं किसी सूरत... Hindi 1 95 Share Anis Shah 17 Jan 2024 · 1 min read तुम्हारे दीदार की तमन्ना ग़ज़ल तुम्हारे दीदार की तमन्ना में साँस कुछ कुछ तो चल रही है जो तुम मुहब्बत की शम'अ दिल में जला गये थे तो जल रही है बनी है सीलन... Hindi 1 105 Share Anis Shah 7 Nov 2023 · 1 min read मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में ग़ज़ल मैं भटकता ही रहा दश्त-ए-शनासाई¹ में कोई उतरा ही नहीं रूह की गहराई में क्या मिलाया है बता जाम-ए-पज़ीराई² में ख़ूब नश्शा है तेरी हौसला-अफ़जाई³ में तेरी यादों की... Hindi 2 207 Share Anis Shah 30 Aug 2023 · 1 min read ख़यालों के परिंदे ग़ज़ल इन ख़यालों के परिंदों को चुगाने, कब से लिये बैठा हूँ तग़ज़्ज़ुल¹ के मैं दाने कब से दिल में दीदार की हसरत² ये लिए बैठे हैं मुंतज़िर³ हैं तेरे... Hindi 1 175 Share Anis Shah 6 May 2023 · 1 min read शे'र शे'र गला ही घोट देता है वो अपनी तिश्नगी का मैं उसको ज़हर लगता हूँ सो पीता ही नहीं है - अनीस शाह 'अनीस ' Hindi 1 161 Share Anis Shah 26 Apr 2023 · 1 min read अजदहा बनके आया मोबाइल अजदहा बनके आया मोबाइल ये किताबें निगल गया कितनी अनीस शाह अनीस Quote Writer 1 189 Share Anis Shah 25 Apr 2023 · 1 min read मै भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में ग़ज़ल मैं भटकता ही रहा दश्त-ए-शनासाई¹ में कोई उतरा ही नहीं रूह की गहराई में क्या मिलाया है बता जाम-ए-पज़ीराई² में ख़ूब नश्शा है तेरी हौसला-अफ़जाई³ में तेरी यादों की... Hindi 2 237 Share Anis Shah 10 Apr 2023 · 1 min read ख़ुशी मिले कि मिले ग़म मुझे मलाल नहीं ग़ज़ल ख़ुशी मिले कि मिले ग़म मुझे मलाल नहीं ये फ़ैसले है मेरे रब के तो सवाल नहीं हवाएँ भी हो मुख़ालिफ़¹ रवानी² में मौजें³ करें वो ग़र्क़⁴ सफ़ीने⁵ को... Hindi 1 202 Share Anis Shah 29 Mar 2023 · 1 min read या ख़ुदा पाँव में बे-शक मुझे छाले देना ग़ज़ल या ख़ुदा पाँव में बे-शक मुझे छाले देना रहगुज़र¹ में तू मगर मेरी उजाले देना भूख इंसान को मजबूर बना देती है मुफ़लिसी² में भी मुक़द्दर में निवाले देना... Hindi 1 224 Share Anis Shah 22 Mar 2023 · 1 min read आइना अपने दिल का साफ़ किया ग़ज़ल आइना अपने दिल का साफ़ किया जा तुझे मैने अब मुआफ़ किया तेरी बातों का एतिराफ़¹ किया तूने मुझसे ही इख़्तिलाफ़² किया शब-ए-फ़ुर्क़त³ थी सर्द सो हमने वस्ल⁴ के... Hindi 1 163 Share Anis Shah 22 Mar 2023 · 1 min read ग़ज़ल संग्रह 'तसव्वुर' ग़ज़ल संग्रह 'तसव्वुर' Quote Writer 1 192 Share Anis Shah 8 Mar 2023 · 1 min read ख़ुद अपने नूर से रौशन है आज की औरत ख़ुद अपने नूर से रौशन है आज की औरत हो आफ़ताब से रौशन वो माहताब नहीं - अनीस शाह 'अनीस ' Quote Writer 1 338 Share Anis Shah 7 Mar 2023 · 1 min read कितने घर ख़ाक हो गये, तुमने कितने घर ख़ाक हो गये, तुमने वक़्त रहते कुआँ नहीं खोदा - अनीस शाह 'अनीस ' Quote Writer 1 172 Share Anis Shah 7 Mar 2023 · 1 min read फिर से अरमान कोई क़त्ल हुआ है मेरा फिर से अरमान कोई क़त्ल हुआ है मेरा अश्क आये हैं मेरे ग़ुस्ल-ए-जनाज़ा करने - अनीस शाह 'अनीस' Quote Writer 1 156 Share Anis Shah 7 Mar 2023 · 1 min read अज़ाँ दिलों की मसाजिद में हो रही है 'अनीस' अज़ाँ दिलों की मसाजिद में हो रही है 'अनीस' हुआ है वक़्त अदा हम नमाज़-ए-इश्क़ करें - अनीस शाह 'अनीस' Quote Writer 1 332 Share Anis Shah 7 Mar 2023 · 1 min read भूख दौलत की जिसे, रब उससे भूख दौलत की जिसे, रब उससे भूख रोटी की छीन लेता है - - अनीस शाह अनीस Quote Writer 1 368 Share Anis Shah 6 Mar 2023 · 1 min read मैं भटकता ही रहा दश्त-ए-शनासाई में ग़ज़ल मैं भटकता ही रहा दश्त-ए-शनासाई में कोई उतरा ही नहीं रूह की गहराई में क्या मिलाया है बता जाम-ए-पज़ीराई में ख़ूब नश्शा है तेरी हौसला-अफ़जाई में तेरी यादों की... Hindi 1 328 Share Anis Shah 16 Feb 2023 · 1 min read जो उनसे पूछा कि हम पर यक़ीं नहीं रखते ग़ज़ल जो उनसे पूछा कि हम पर यक़ीं नहीं रखते तो हँस के कहने लगे हां! नहीं नहीं रखते वो जिसको शौक़ है ख़ाना-बदोशी का उसको हम अपने दिल में... Hindi 1 196 Share Anis Shah 11 Feb 2023 · 1 min read नज़र आसार-ए-बारिश आ रहे हैं ग़ज़ल नज़र आसार-ए-बारिश आ रहे हैं तेरी यादों के बादल छा रहे हैं उदासी के नशे में चूर हैं हम ग़मों का जाम पीकर आ रहे हैं यकीं की भूख... Hindi 1 220 Share Anis Shah 5 Feb 2023 · 1 min read सलाम भी क़ुबूल है पयाम भी क़ुबूल है ग़ज़ल सलाम भी क़ुबूल है पयाम¹ भी क़ुबूल है नवाज़िशें² क़ुबूल इंतक़ाम³ भी क़ुबूल है जो ग़म दिये हैं ज़िंदगी ने दी ख़ुशी भी तो बहुत सहर⁴ क़ुबूल है मुझे... Hindi 1 145 Share Anis Shah 1 Feb 2023 · 1 min read चाहे जितना तू कर निहां मुझको ग़ज़ल चाहे जितना तू कर निहाँ¹ मुझको मेरी ख़ुशबू करे अयाँ² मुझको मैं बुलंदी पे जाके ठहरूँगा । तू जला और कर धुआँ मुझको है कड़ी धूप आज तो क्या... Hindi 1 170 Share Anis Shah 30 Jan 2023 · 1 min read डाला है लावा उसने कुछ ऐसा ज़बान से ग़ज़ल डाला है लावा उसने कुछ ऐसा ज़बान से बहने लगा है ख़ून मेरे दोनों कान से मैं हूँ ज़मीं पे गिर गया तो उठ भी जाऊँगा कैसे बचेगा तू... Hindi 1 144 Share Anis Shah 1 Dec 2022 · 1 min read वक़्त बे-वक़्त तुझे याद किया ग़ज़ल वक़्त बे-वक़्त तुझे याद किया हमने ख़ुद को यूँ ही बर्बाद किया होती है तुझको घुटन दिल में मेरे जा! तुझे क़ैद से आज़ाद किया काट कर पंख रिहा... Hindi 3 118 Share Anis Shah 31 Oct 2022 · 1 min read वो सहरा में भी हमें सायबान देता है ग़ज़ल वो सहरा में भी हमें सायबान देता है कि सर पे अब्र की चादर जो तान देता है हमारी ओर कहाँ कोई ध्यान देता है तुम्हारी बात पे हर... Hindi 4 158 Share Anis Shah 21 Oct 2022 · 1 min read काँच के टुकड़े तख़्त-ओ-ताज में जड़े हुए हैं ग़ज़ल काँच के टुकड़े तख़्त-ओ-ताज में जड़े हुए हैं कोहिनूर तो सब धरती में गड़े हुए हैं हम बाहें फैलाए कब से खड़े हुए हैं अपनी ज़िद पर आप अभी... Hindi 3 161 Share Anis Shah 11 Oct 2022 · 1 min read तुम्हारे रुख़सार यूँ दमकते ग़ज़ल तुम्हारे रुख़सार यूँ दमकते गुलों पे आया शबाब जैसे लबों पे सुर्ख़ी यूँ लग रही है खिला हो ताज़ा गुलाब जैसे इन्हें न समझो कोई शराबी, नज़र मिली तो... Hindi 2 155 Share Anis Shah 24 Sep 2022 · 1 min read उमीद-ए-फ़स्ल का होना है ख़ून लानत है ग़ज़ल उमीद-ए-फ़स्ल का होना है ख़ून, ला'नत है पलट के आया नहीं मानसून, ला'नत है गिराने के लिए ही प्यार का मकाँ तूने ख़ुलूस-ओ-अम्न का खींचा सुतून, ला'नत है सरों... Hindi 2 150 Share Anis Shah 23 Sep 2022 · 1 min read हम ऐसे ज़ोहरा-जमालों में डूब जाते हैं ग़ज़ल हम ऐसे ज़ोहरा-जमालों में डूब जाते हैं उन आँखों में कभी बालों में डूब जाते हैं जो मुस्कुराने से बनते हैं गालों पर डिंपल तो हम तेरे उन्हीं गालों... Hindi 3 187 Share Anis Shah 21 Sep 2022 · 1 min read नहीं हूँ देवता पर पाँव की ठोकर नहीं बनता ग़ज़ल नहीं हूँ देवता पर पाँव की ठोकर नहीं बनता मैं संग-ए-मील हूँ मैं राह का पत्थर नहीं बनता मुझे ही मारना मरना मुझे ही खेल में तेरे ले मैं... Hindi 2 149 Share Anis Shah 16 Sep 2022 · 1 min read ग़लतफ़हमी है हमको हम उजाले कर रहे हैं ग़ज़ल ग़लतफ़हमी है हमको हम उजाले कर रहे हैं सुख़न के नाम पर बस सफ़हे काले कर रहे हैं सफ़र की मुश्किलें कुछ तो दिखाना भी है लाज़िम सो रस्मन... Hindi 2 193 Share Anis Shah 14 Sep 2022 · 1 min read जिधर भी देखिए उधर ही सूल सूल हो गये ग़ज़ल जिधर भी देखिए उधर ही सूल-सूल हो गये न जाने कैसे इस चमन में ये बबूल हो गये ज़मीर बेचते थे अपना कौड़ियों में कल तलक वो आज पुर-वक़ार... Hindi 2 146 Share Anis Shah 30 Aug 2022 · 1 min read वो चाहता है उसे मैं भी लाजवाब कहूँ ग़ज़ल वो चाहता है उसे मैं भी लाजवाब कहूँ किसी चराग़ को कैसे मैं आफ़ताब कहूँ वो गुलबदन है ज़बाँ पर हैं उसके काँटे भी तो सोचता हूँ उसे क्या... Hindi 4 170 Share Anis Shah 25 Jul 2022 · 1 min read हो गयी आज तो हद यादों की ग़ज़ल हो गयी आज तो हद यादों की होती बरसात न रद यादों की याद करता हूँ तुझे शिद्दत से तेरी हिचकी है सनद यादों की कट रहा हिज्र मज़े... Hindi 2 306 Share Anis Shah 20 Jul 2022 · 1 min read तीरगी से निबाह करते रहे ग़ज़ल तीरगी से निबाह करते रहे अपनी रातें सियाह करते रहे रोज़ दीवार वो उठाते नयी और हम रोज़ राह करते रहे बेवफ़ा से वफ़ा की आस लिए ज़िंदगी हम... Hindi 4 291 Share Anis Shah 10 Jul 2022 · 1 min read गुज़रते कैसे हैं ये माह ओ साल मत पूछो ग़ज़ल गुज़रते कैसे हैं ये माह-ओ-साल मत पूछो कि ज़िंदगी का हमारी तो हाल मत पूछो है क़ीमतों में बड़ा ही उछाल मत पूछो कमाते कैसे है हम रोटी-दाल मत... Hindi 3 221 Share Anis Shah 20 Jun 2022 · 1 min read उसका हर झूठ सनद है, हद है ग़ज़ल उसका हर झूठ सनद है हद है मेरी सच बात भी रद है हद है इक ही शाइर वो अदद है हद है जैसे ग़ालिब है असद है हद... Hindi 3 2 316 Share Anis Shah 16 Jun 2022 · 1 min read सब खड़े सुब्ह ओ शाम हम तो नहीं ग़ज़ल सब खड़े सुब्ह-ओ-शाम हम तो नहीं उनके दर के ग़ुलाम हम तो नहीं आप क्यों ला-क़लाम हैं हमसे आपसे हम-क़लाम हम तो नहीं मुँह में हम भी ज़बान रखते... Hindi 3 1 222 Share Anis Shah 13 Jun 2022 · 1 min read इन ख़यालों के परिंदों को चुगाने कब से ग़ज़ल इन ख़यालों के परिंदों को चुगाने, कब से लिये बैठा हूँ तग़ज़्ज़ुल के मैं दाने कब से दिल में दीदार की हसरत ये लिए बैठे हैं मुंतज़िर हैं तेरे... Hindi 1 205 Share Anis Shah 9 Jun 2022 · 1 min read उमीद-ए-फ़स्ल का होना है ख़ून लानत है ग़ज़ल उमीद-ए-फ़स्ल का होना है ख़ून, लानत है पलट के आया नहीं मानसून, लानत है गिराने के लिए ही प्यार का मकाँ तूने ख़ुलूस-ओ-अम्न का खींचा सुतून, लानत है सरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 223 Share Anis Shah 20 May 2022 · 1 min read जब भी देखा है दूर से देखा ग़ज़ल जब भी देखा है दूर से देखा तुमने मुझको ग़ुरूर से देखा दोनों की ही ख़ता बराबर थी सिर्फ़ मुझको क़ुसूर से देखा तुझको छोटा दिखाई देता हूँ क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 376 Share Anis Shah 7 May 2022 · 1 min read पिता मुसल्सल ग़ज़ल- रहे मुस्कान चेहरों पर तो अपनी हर ख़ुशी दे दी हमारे हो हसीं लम्हे पिता ने ज़िंदगी दे दी कहीं ये वक़्त मुझको छोड़ कर आगे न हो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 6 3 531 Share Anis Shah 6 May 2022 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल न तो रहमान से मतलब न तो है राम से मतलब सियासी लोग हैं इनको तो क़त्ले-आम से मतलब मुहब्बत के गुलों को छीन लेते हैं वो हाथों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 256 Share Page 1 Next