Anil Mishra Prahari Tag: दोहा 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anil Mishra Prahari 15 Feb 2024 · 1 min read वसंत के दोहे। गंध, रंग, रस, राग ले, आया रुचिर वसंत । आहट सुन ऋतुराज की, हुआ शिशिर का अंत। पीत -पत्र सब भूमिगत, डाल -डाल नव -पात सस्मित कलियाँ,पुष्पदल,स्निग्ध,सुघर द्रुम-गात। उड़े पवन... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 167 Share Anil Mishra Prahari 23 Oct 2023 · 1 min read जय माता दी । माता रानी आ गयीं,गली-गली में धूम पूज रहे माँ के चरण,निर्धन,राजा,सूम। सदा विराजित केसरी,माँ की शक्ति अनन्त दुर्जन को देतीं सजा,अभय भक्तगण ,संत। तुम दात्री सर्वज्ञ हो,किस पथ से अनजान... Hindi · दोहा 313 Share Anil Mishra Prahari 1 Oct 2022 · 1 min read माँ दुर्गा। माता अपने भक्त को, रखना दिल के पास हे जननी कात्यायनी, विनती करता दास । माता तेरे हाथ में, साँसों की है डोर नौका बिन पतवार के, जाएगी किस ओर!... Hindi · दोहा 481 Share Anil Mishra Prahari 28 Jul 2020 · 1 min read पानी में सब गाँव। पानी-पानी ही दिखे,पानी में सब गाँव चलती थी मोटर जहाँ,तैर रही है नाव। बरसे बादल झूमके, नदियाँ हुईं अबन्ध सड़कें सारी बह गईं, टूट गया तटबन्ध। बाल,वृद्ध बेहाल हैं, नींद... Hindi · दोहा 3 8 423 Share Anil Mishra Prahari 14 Feb 2020 · 1 min read प्रेम सुखद एहसास। जीवन की बुनियाद है, प्रेम सुखद एहसास प्रेम मधुर रस, रंग है , उड़ता हुआ सुवास। प्रेम ह्रदय निर्मल करे, कलुष मिटे, संताप सुख-सरिता कलकल बहे,बिन माला,बिन जाप। प्रेम मलय,... Hindi · दोहा 1 2 642 Share Anil Mishra Prahari 8 Nov 2019 · 1 min read सुन्दर तन। तन धो - धो पावन करे ,मन को करे न कोए सुन्दर तन किस काम का ,मन जो पापी होए। अनिल। Hindi · दोहा 447 Share