Amrit Sagar Bhatia 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Amrit Sagar Bhatia 4 Jul 2021 · 4 min read बदलता भविष्य बदलता भविष्य ************** बदन थक कर चूर हो रहा था ,पर मारे खुशी के नींद नहीं आ रही थी ।वैसे तो बाबूजी का मार्ग-दर्शन मुझे सफलता के पथ पर निरन्तर... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 2 373 Share Amrit Sagar Bhatia 4 Jul 2021 · 4 min read कमी कमी : ××××× भोजन की थाली कबसे सामने रखी थी पर खाना डालने का भी मन बिल्कुल नहीं था ।आज जो कुछ देखा था उसने भूख को मार दिया था... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 1 284 Share