Amod Kumar Srivastava 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Amod Kumar Srivastava 11 Nov 2022 · 1 min read कसक ... तुम ... बारिश ... प्यार .... टिकट ... और बस का टाइम पर छुटना ... कितना टूटा था मन ... रास्ते पर टुकड़े दुकड़े हुयी बूंद ... एक … साबूत... Hindi · आधुनिक कविता · कविता 2 234 Share Amod Kumar Srivastava 28 Feb 2018 · 1 min read जोगी रा स र र र र र र र र..... .... छोटी होली के दिन से ही एकदम काला, हरा और बैगनी रंग का इंतजाम होने लगता था ! और पक्का रंग के चक्कर में बैटरी की कालिख भी घोल... Hindi · कहानी 333 Share Amod Kumar Srivastava 27 Feb 2018 · 1 min read पगडण्डी रात की चादर ओढ़े चुपचाप सोयी है वो पगडण्डी जो शहर से गाँव की ओर आती है पगडण्डी पर उगी घासें नाम हैं, भीगी हैं जैसे सुबक कर कोई चुप... Hindi · कविता 345 Share