Amit Prajapati Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Amit Prajapati 28 Feb 2021 · 1 min read मोम की गुड़िया सांसे मेरी तेज़ हो रही, ये हवा आज चुभ रही है, रात के सन्नाटे में फंस गई हूं मैं, ज़िन्दगी की लौ शायद बुझ रही है.. दिख रही है सामने... Hindi · कविता 1 610 Share Amit Prajapati 11 Feb 2021 · 1 min read मिलो तो सही ज़ख्म भर जाएंगे, तुम मिलो तो सही, दिन संवर जाएंगे, तुम मिलो तो सही, रास्ते में खड़े दो अधूरे सपन, एक घर जाएंगे तुम मिलो सही। "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 35 969 Share