Amit Kumar 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Amit Kumar 25 Apr 2020 · 7 min read पत्र प्यारी स्वीटी, आज रक्षाबंधन है और तुम्हारा जन्मदिन भी। आज तो डबल ख़ुशी का अवसर है।दोनों तरफ से दिन तो तुम्हारा ही है, इसलिए आज 'नो बहस' और 'नो झिकझिक'।... Hindi · लेख 1 381 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 2 min read बचपन अहा! वो बचपन की यादें! वो गोदी में सोना, वो चीख-चीख कर रोना, वो लाड-वो प्यार, वो खुशियाँ बेशुमार, वो पापा की डांट, फिर अपने ठांट-बांट, वो मम्मी का मनाना,... Hindi · कविता 2 2 475 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read स्त्रीत्व देवालयों में जिसको पूजा समझकर दुर्गा-काली, सरेआम सड़कों पर उसको बना डाला है पांचाली, जिसके लिए सजती मंदिरों में पूजार्चना की थाली, उसी कान्ता पर उड़ेल रही आवाम तेजाब की... Hindi · कविता 2 284 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 2 min read श्वेत-श्याम के मायने सब कुछ या तो श्वेत है या श्याम। फिर चाहे वह उजाले की श्वेत रौनक हो या घुप्प अँधेरे का श्याम वर्ण। जन्म निरा श्वेत है और मौत ठहरी श्याम,... Hindi · लेख 1 635 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 2 min read वजह कल रात प्यार करने की वजह मांगी थी न! ठीक ही तो किया। बेसबब तो किसी से मेल-मिलाप भी न हो, फिर तो ये प्यार है। लेकिन फिर भी यह... Hindi · कविता 238 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read विजय तुम्हारी बेएतबारी के काले दिनों में मेरी चिर-संगिनी, मेरी हताशा. बोलो कि विषाद की मेरी रेखाओं से तुम्हारा कहाँ कोई सरोकार. तुम्हारे साथ ग़ुजरे लम्हें मिले मुझे झाड़ू रक्खे कोने... Hindi · कविता 526 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read नया साल साल नया है, हाल नया हो, मुबारक लो! लिहाजा गिनती बढ़ी है, खुमारी चढ़ी है, दिन जो ग़ुजरे हैं, इंतजाम बस दूसरे हैं! बेहतरी की चाह है, हौसलों की थाह... Hindi · कविता 366 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read रिपब्लिक सुनो, सुनो, सुनो! गाँववालों सुनो। तारीखों के ताँते में एक दिवस ऐसा है जिसे तरज़ीह दी जाएगी और जो कि गणतन्त्र दिवस के नाम से जाना जाएगा। कयास है कि... Hindi · लेख 2 349 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read दंगा दम्भ नहीं! दल की दहल; दहशत का दूषित दलदल. दागी-बागी सब हो दाखिल, दायर करते दोषपूर्ण दुकाल. दलाली नेता के दनुज दावँ, दलितों की व दारुण दलील. दलन पसरता दिग-दिगांत,... Hindi · कविता 237 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read आज़ादी मुबारक है हरजा कैफ़ पसरा, कहते आज़ादी की वर्षगाँठ है, ज़मीन, जमहूरियत, और जत्था इसकी ही सौगात है। आसमाँ से ख्याले-अवाम तलक फरहरा फहरा रहा, उन मुश्किलातों के खिलाफ आबाद अपनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 397 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read गाँधी जन्म नहीं, मरण कहाँ; अवतरण-अमरत्व था, उन अड़चनों के बनिस्बत वजनी नायकत्व था। एक धोती, एक लकुटी, एक ऐनक मिल्कियत, पदवियों की लड़ी से ज्वलित उसकी शख्सियत। उसकी हरेक पुकार... Hindi · कविता 191 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read चुनाव चुनाव! हटो, बगल हो, जाने दो, चुनाव आया है. गाजे-बाजे की चिल्ल-पों, झंडों के मार्का तमाम, पुख़्ते वादों का जामा ओढ़ मैला छलाव आया है. हटो.. पाँच बरस है सरक... Hindi · कविता 344 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 2 min read गणतंत्र कितना कम फर्क है स्वतन्त्रता व गणतन्त्र दिवस में। मैं दोनों ही दिन कमरे में बैठा मैथ-फिजिक्स के सवालों से जंग करता हूँ जैसे शायद कमोबेश लड़े हों स्वतन्त्रता सेनानी... Hindi · लेख 474 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read केश केश ---- एक दुनिया ऐसी है जहाँ केश शायर के जुल्फ ही नहीं. उनका ढंग अलग है,मायने भी. बाँयी ओर माँग खोलने वाले होते हैं वामपंथी, वहीं दक्षिणी कंघी करते... Hindi · कविता 542 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read बारिश बारिश के मोतियाँ बरसा, आसमान चूमता है धरती; लाज के मारे धरती, हो दिखती पानी-पानी। नदी लगाती वेग की बिंदी, पेड़ों ने चढ़ाई हरी कमीज, पहाड़ के दिल पर नमी... Hindi · कविता 268 Share Amit Kumar 25 Apr 2020 · 1 min read व्यथा ईंटों की किस्मत भली जो माथे पर लदी गयी, गोद में आने को बच्चा कुनमुनाकर सो गया। बहुत भार था डलिये में, रूह तक रौंदी गयी, बाबू ठेकेदार इसे चन्द... Hindi · कविता 413 Share