Satish Sharma Tag: मुक्तक 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Satish Sharma 1 Jun 2022 · 1 min read ढीले मंसूबे ढीले मंसूबे ले कर के , कार्य करोगे । तो असफलता की राहों पर पाँव धरोगे ।। देंगे मूर्ख सलाह, कहाँ तक विजय मिलेगी । जीवन की बगिया पुष्पित हो... Hindi · मुक्तक 1 270 Share Satish Sharma 11 Jul 2021 · 1 min read आस.. बादलों की उमस से आदमी बेचैन होता है। न दिन में काम कर पाता न सुख से ,रात सोता है ।। कभी बादल हवाओं को क्रोध से कोस लेता है... Hindi · मुक्तक 256 Share