Amitaabh Priyadarshi 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Amitaabh Priyadarshi 14 Nov 2018 · 2 min read बचपन बचपन वो बचपन के सपन सलोने, स्मृति से कब छंटते हैं। उम्र हो रही पचपन की पर, नहीं पटल से हटते हैं। लगता जैसे कल की बात है, ऊधम खूब... Hindi · कविता 2 287 Share Amitaabh Priyadarshi 12 Nov 2018 · 1 min read मां वात्सल्य पर मेरी रचना। रक्त सना लिपटा वह तन, मातृ-नाल से गुंथा-बंधा-सा। अधखुली आंख, अस्फुट क्रंदन, जनन कष्ट से विचलित मन। किन्तु लगा शिशु को छाती से, विस्मृत करना वह... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 21 905 Share Amitaabh Priyadarshi 12 Nov 2018 · 1 min read मां मां रक्त सना लिपटा वह तन, मातृ-नाल से गुंथा-बंधा-सा। अधखुली आंख, अस्फुट क्रंदन, जनन कष्ट से विचलित सा-मन। किन्तु लगा शिशु को छाती से, विस्मृत करना वह कष्ट-चुभन। वत्सलता की... Hindi · कविता 361 Share