Sarfraz Sam Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sarfraz Sam 10 May 2020 · 1 min read माँ माँ:- रातों को जाग कर उसने, हमें सुलाया है, खुद भूखे रह लिया, लेकिन हमें खिलाया है, धूप में खड़ी रही है माँ, सारी उम्र पिता बन कर, पर माँ... Hindi · कविता 3 1 495 Share Sarfraz Sam 10 Mar 2020 · 1 min read "एक आग खुद में लगाओ तो" एक आग खुद में भी लगाओ तो, अपने अंदर के 'रावण' को जलाओ तो, शहरों को जला के क्या मिलेगा? अहंकारों को आग लगाओ तो! हर बार प्रह्लाद क्यों गोद... Hindi · कविता 1 275 Share Sarfraz Sam 20 Mar 2019 · 1 min read "होली आ गई" लेकर खुशियों का पैग़ाम फिर होली आ गई, रंगने मोहब्बत के रंग में, फिर होली आ गई। उड़ेगा गुलाल, रंगों की पिचकारी चलेगी, हरा, लाल, पिला रंगों से मन की... Hindi · कविता 400 Share