Abhishek Kumar Amber Tag: कुण्डलिया 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Abhishek Kumar Amber 23 Aug 2016 · 1 min read कुण्डलिया छंद खिड़की को देखूँ कभी,कभी घड़ी की ओर, नींद हमें आती नहीं ,कब होगी अब भोर। कब होगी अब भोर ,खेलने हमको जाना, मारें चौक्के छक्के, हवा में गेंद उड़ाना। कह... Hindi · कुण्डलिया 2 393 Share