Anjani 'Kumar' Mishra Language: Hindi 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anjani 'Kumar' Mishra 7 Dec 2017 · 1 min read जिंदगी है खेल नहीं खेल सी हो चली है कैसी जिंदगी है ये अपनो को ही नोच रहे सब कैसी दरिंदगी है ये शर्मिन्दगी होती है महसूस क्या यही इनका काम है करता है... Hindi · कविता 227 Share Anjani 'Kumar' Mishra 7 Dec 2017 · 1 min read ज़िन्दगी नही, ख्वाब बन गयी है ज़िन्दगी नही, ये अब ख्वाब बन गयी है। मेरे किये कर्मों का ये हिसाब बन गयी है। बड़े सवाल किया करता था मैं लोगो से। आज मेरी जिंदगी एक जवाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 215 Share Anjani 'Kumar' Mishra 29 Oct 2017 · 1 min read पढ़ना तो सीखो, लिखना खुद-ब-खुद सीख जाओगे पढ़ना तो सीखो, लिखना खुद-ब-खुद सीख जाओगे। गिरना तो सीखो, उठाना खुद-ब-खुद सीख जाओगे। बोलना भी आजकल बच्चे सीखने जाने लगे हैं। सुनना तो सीखो, बोलना खुद-ब-खुद सीख जाओगे। जीने... Hindi · कविता 411 Share Anjani 'Kumar' Mishra 27 Oct 2017 · 1 min read माँ का प्यार माँ का प्यार ज़िन्दगी जीने का अंदाज़ भले ये संसार देता है। पर जमाने से लड़ने की ताकत माँ का प्यार देता है। ज़िन्दगी में जीतने का मज़ा हमेशा इंतजार... Hindi · कविता 428 Share Anjani 'Kumar' Mishra 27 Oct 2017 · 1 min read फितरत इंसानों की भला कौन नहीं रहा इंसान के निशानों पर मैंने खुदा को भी देखा है बिकते दुकानों पर खुद की दौलत से खुश नहीं है अब यहां कोई रखते हैं हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 504 Share