Akash Yadav Tag: कविता 35 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read जला रहा हूँ ख़ुद को जला रहा हूँ ख़ुद को, तपा रहा हूँ मैं, सता रहा हूँ ख़ुद को, थका रहा हूँ मैं, डुबो रहा हूँ ख़ुद को, दफना रहा हूँ मैं, कर्म यज्ञ की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 69 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read जब तात तेरा कहलाया था जब थाम के मेरी ऊँगली को, तू धीरे से मुस्काया था जब लेकर तुझको गोद में मैं, सबसे पहले इतराया था तब जाकर मैं पहली बार, तात तेरा कहलाया था... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 73 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read वो कालेज वाले दिन वो कॉलेज वाले दिन बार बार याद आते हैं जब भी करता हूँ मैं याद, एक पल में रुला जाते हैं उन खटकती खिड़कियों से ढेरों किस्से याद आते हैं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 63 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read अन्नदाता कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है कोई खेतों की गर्मी से खुद को सींच रहा है कोई पकवानों के जैसा फल फूल रहा है कोई पेड़ों की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 52 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read खूब ठहाके लगा के बन्दे ! खूब ठहाके लगा के बंदे, ग़मो को तुम झुठलाते जाना, खूब ठहाके लगा के बन्दे, दुःखो से तुम टकराते जाना, खूब ठहाके लगा के बन्दे, मेहनत तुम करते जाना, खूब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 57 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read रुसवा दिल जब से मेरी बातों पर तूने मुस्कुराना छोड़ दिया तब से मैंने खुद पर भी इतराना छोड़ दिया जब से मेरे कदमों से तूने कदम मिलाना छोड़ दिया तब से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 93 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read अजब गजब वो (छिपकली) मुझे देख घबराती है, मैं उसे देख घबराता हूँ वो मुझे देख डर जाती है मैं उसे देख डर जाता हूँ वो मुझसे नैन लड़ाती है मैं उससे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 51 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read उमंग मंजिल दूर नही है मेरी, कुछ कदमो की उधारी है मेरे सपनों में मेरे, अपनो की हिस्सेदारी है क्या बोलूं क्या न बोलूं मैं, इन सब मे मन डोल रहा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 46 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read मेरे तात ! खुशकिस्मत हूँ मैं तात, जो तेरे साये में पला हूँ तेरे कन्धों पर बैठ के ही अपने बचपन में चला हूँ तेरी उंगली को थाम थाम, हर एक पग पर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 77 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read वो इश्क़ कहलाता है ! वो इश्क़ कहलाता है, वो इश्क़ कहलाता है जो अनजानी राहों पर मंजिल का पता दे जाता है जो भूख, प्यास और चैन करार, सब छीन कर ले जाता है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 58 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read बेटी एक प्यारी मुस्कान से, सबके दिल पर छा जाती है होती है दिल का टुकड़ा, पराया धन कहलाती है तेरे गिरते हर आंसू से, सबका मन दुख जाता है तेरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 53 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read तेरी याद आती है इन पलकों के झपकने तक से, इन आँखों के भटकने तक से, इस दिल के धड़कने तक से, इन साँसों के चहकने तक से, तेरी याद आ जाती है, तेरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 69 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read कुछ तो बाकी है ! कुछ इंतजार अभी बाकी है, कुछ संघर्ष अभी बाकी है बदलते हुए इस वक़्त की नुमाइश अभी बाकी है अंगार ए हौंसलों को अभी और जलना होगा सफलता की ऊंची... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 50 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read हे गर्भवती ! हे गर्भवती ! तुम पार्वती, जिसने सारा संसार जना, हे गर्भवती ! तुम भगवती, जिसमें सारा संसार बसा, तेरे धैर्य और साहस से इस जग का निर्माण हुआ तेरे तप... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 52 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read !! उमंग !! बे रोक टोक सा जीवन हो उस जीवन में कुछ सपने हों हर सपना हो खुद में जीवन हर सपने में सब अपने हों सपनों की उस फुलवारी में जज़्बातों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 56 Share Akash Yadav 9 Feb 2024 · 1 min read !! युवा मन !! फसलों में हमें धान चाहिए,बिन प्रयास सब ज्ञान चाहिए, खुद तो पढ़ना नही चाहते पर शिक्षक हमे गुणवान चाहिए, फिल्मों में सलमान चाहिए, होठों पर मुस्कान चाहिए, बेईमानी से नही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 46 Share Akash Yadav 24 Jan 2024 · 1 min read !! मेरी विवशता !! पहन के रेनकोट मैं भीग नही पाऊंगा, बात अपने मन की मैं कह नही पाऊंगा चहक उठेगा जमाना सुन के मेरी बात को, पर देख के हालात मैं चुप न... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 55 Share Akash Yadav 24 Jan 2024 · 1 min read !! युवा !! वो सेहत से समझौता करेगा पर शौक से नही, वो फौज से समझौता करेगा पर मौज से नही, न जाने कौन सी मंजिल, कौन सी राह चलेगा, जान के अनजान... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 53 Share Akash Yadav 24 Jan 2024 · 1 min read !! पुलिस अर्थात रक्षक !! जनता की रक्षा करने को, इन सबने कसमे खाई हैं कैसे की जाती है रक्षा, इसकी छवि दिखाई है ले - देकर सब समझौता करते, ऐसी नीति अपनाई है धर्म,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 59 Share Akash Yadav 24 Jan 2024 · 1 min read हिंदी दिवस रोना धोना और हँसाना ये सब सिखाया हिंदी ने, कहना सुनना और सुनाना भी तो सिखाया हिंदी ने, माँ की ममता पिता का प्यार, जज्बात बताये हिंदी ने, पुरुष को... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 48 Share Akash Yadav 24 Jan 2024 · 1 min read !! शब्द !! शब्दों से संसार चल रहा, शब्दों से इंसान शब्दों से ही स्वरूप बन रहा, शब्दों से सम्मान शब्दों से सौहार्द बढ़ रहा, शब्दों से घमासान शब्दों में पकवान बसे हैं,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 71 Share Akash Yadav 23 Jan 2024 · 1 min read !! हे लोकतंत्र !! हे लोकतंत्र तुम मूक बधिर इस देश के जन तेरे अधीर वर्षों से सहे हैं लाखों तीर कितनी है पीड़ा कितनी पीर हर जन तुझको मैला करता कोई न समझे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 78 Share Akash Yadav 23 Jan 2024 · 1 min read !! वो बचपन !! बेरोक टोक सा होकर तू जब गलियों में लहराता था सारे सपने होंगे पूरे तू अकड़ के सब को बताता था थे कहाँ पांव तेरे जमीन पर तू हवा से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 55 Share Akash Yadav 5 May 2023 · 1 min read के कितना बिगड़ गए हो तुम के कितना बिगड़ गए हो तुम, क्या तुम्हे याद भी है, के कितना बदल गए हो तुम, क्या तुम्हे याद भी है, सोचते हो तुम खुद में ही, कि जैसे... Hindi · कविता 1 301 Share Akash Yadav 20 Apr 2022 · 1 min read ।। मेरे तात ।। खुशकिस्मत हूँ मैं तात, जो तेरे साये में पला हूँ तेरे कन्धों पर बैठ के ही अपने बचपन में चला हूँ तेरी उंगली को थाम थाम, हर एक पग पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 17 14 799 Share Akash Yadav 20 Jun 2021 · 1 min read ।। पालनहार ।। खुशकिस्मत हूँ मैं तात, जो तेरे साये में पला हूँ तेरे कन्धों पर बैठ के ही अपने बचपन में चला हूँ तेरी उंगली को थाम थाम, हर एक पग पर... Hindi · कविता 3 591 Share Akash Yadav 24 May 2021 · 1 min read वो इश्क़ कहलाता है वो इश्क़ कहलाता है, वो इश्क़ कहलाता है जो अनजानी राहों पर मंजिल का पता दे जाता है जो भूख, प्यास, चैन और करार सब छीन कर ले जाता है... Hindi · कविता 1 2 562 Share Akash Yadav 17 May 2021 · 1 min read लापरवाही बनाम लाचारी कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है कोई खेतों की गर्मी से खुद को सींच रहा है कोई पकवानों के जैसा फल फूल रहा है कोई पेड़ों की... Hindi · कविता 2 1 482 Share Akash Yadav 17 Apr 2021 · 1 min read बेटी एक प्यारी मुस्कान से, सबके दिल पर छा जाती है होती है दिल का टुकड़ा, पराया धन कहलाती है तेरे गिरते एक आंसू से, मेरा मन विचलित हो जाता है... Hindi · कविता 1 1 395 Share Akash Yadav 19 Feb 2020 · 1 min read ।। जगत जननी ।। हे गर्भवती तुम पार्वती, जिसने सारा संसार जना हे गर्भवती तुम भगवती, जिसमें सारा संसार बसा तेरे धैर्य और साहस से इस जग का निर्माण हुआ तेरे तप और त्याग... Hindi · कविता 1 550 Share Akash Yadav 20 Jan 2020 · 1 min read ।। अंतर्मन ।। मंजिल दूर नही है मेरी, बस कुछ कदमो की उधारी है मेरे सपनों में मेरे अपनो की, बस इतनी हिस्सेदारी है क्या बोलूं क्या न बोलूं मैं, इन सब मे... Hindi · कविता 2 2 507 Share Akash Yadav 6 Nov 2018 · 1 min read मेरी माँ मेरी माता मेरी भाग्य विधाता, ईश्वर भी जिसकी महिमा गाता, उसके चरणों में चारो धाम, सारा जीवन उसके नाम, मां की ममता की छाया कभी न छूटे चाहे सारा जग... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 20 377 Share Akash Yadav 3 Aug 2018 · 1 min read पेज की अभिलाषा कॉपी के उस आखिरी पन्ने ने, ये सवाल आज पूछ लिया, लिखते तो सब शुरुआत से हैं, पर क्यों उसको मैला कर दिया । शिक्षक भी उन पन्नो को बड़े... Hindi · कविता 2 356 Share Akash Yadav 21 Sep 2017 · 1 min read मेरी अभिलाषा तात अब मैं भी स्कूल जाऊंगा छोड़ के अपनी माँ की गोद, स्कूल में दौड़ लगाउँगा, माँ ने मुझको आधार दिया, तुमने मुझको अभिमान दिया इन सबको ही पाकर अब,... Hindi · कविता 2 745 Share Akash Yadav 16 Sep 2017 · 1 min read मेरी विवशता जब भी मैं किसी अस्पताल में जाता हूँ, तो खुद को पूर्ण विवश पाता हूँ, इलाज के नाम पर करते हैं ढोंग निर्ममता के नाम पर रहते हैं मौन क्यों... Hindi · कविता 1 456 Share