Akash Agam Tag: गीत 18 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Akash Agam 27 May 2024 · 1 min read मुक्तक कोई दुख का पहर नहीं होता दूर तू इस क़दर नहीं होता जो हुआ अच्छा हो गया फिर भी कितना अच्छा था ग़र नहीं होता। स्वप्न कितने बना दिए तुमने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · मुक्तक 2 1 229 Share Akash Agam 27 May 2024 · 1 min read तुम मुझे भूल जाओगी तुम मुझे भूल जाओगी कैसे सनम मैं निवासी तुम्हारे ख़यालों का हूँ तुमसे पूछे गए तुम जलीं रात दिन एक उत्तर जगत के सवालों का हूँ। हर गली घूम आया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · गीत 222 Share Akash Agam 24 May 2024 · 1 min read अनाथों सी खूंँटियांँ तुमने सपनों में बुलाना छोड़ कर अब कहीं जाने के लायक़ नहीं छोड़ा ! दूर जाते देख कर तुमको प्रिये स्वप्न में भी भृकुटियांँ हिलती रहीं फिर तुम्हारे दुपट्टे से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · गीत 2 146 Share Akash Agam 24 May 2024 · 1 min read पिपासित तुमसे मिल कर हृदय ने ये जाना प्रिये कितना मुश्किल है रिश्ता निभाना प्रिये बारिशों में बदन भीगता ही रहा पर नयन ज़िंदगी भर पिपासित रहे हर कहानी बड़े ध्यान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 1 131 Share Akash Agam 19 May 2024 · 1 min read धवल घन ! धवल घन ! ले चल नभ के पार ऐसी प्यास जगा दे कर लूंँ हर पीड़ा स्वीकार ! सुंदर पनघट पर पनिहारिन प्यासी ही मर गई अभागिन और इसी जीने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · गीतिका 2 129 Share Akash Agam 16 May 2024 · 1 min read हवा का ख़ौफ़ हवा का ख़ौफ़ है पर ख़ुद को आज़माने दे चिराग़ बुझ गए हैं जो मुझे जलाने दे हयात यूंँ भी ज़मीनों से तंग है साक़ी तेरी निगाह के प्याले में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · गीत 3 164 Share Akash Agam 16 May 2024 · 1 min read कुहुक कुहुक कुहुक कुहुक बोले बगिया में कोयलिया खनक खनक कॅंगना अंँगना में! विरहिन की गति कौन कहे कवि मीन सी तड़पति नीर नयन ले चीर हरन मन का छिन छिन हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · गीत · गीतिका 3 139 Share Akash Agam 12 May 2024 · 1 min read तेजस्वी जुल्फें तुम्हें भूलना चाहता हूंँ ताकि याद रख सकूंँ ज़िंदगी भर के लिए तुम्हारी बात नहीं करता ताकि गा सकूंँ तुम्हें गीत में ढाल कर तुम्हें निहारता नहीं क्योंकि मन की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · गीत · गीतिका 2 142 Share Akash Agam 11 May 2024 · 1 min read तुम्हें चाहना तुम्हें चाहना एक चुनौती है प्रियतम न तुम दिखाई देते हो, न तो सुनाई देते हो न कभी मिलते हो न ही चलते हो साथ मेरे, प्रत्यक्ष होकर। तुम्हारी सर्वस्वता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · गीत · शेर 3 160 Share Akash Agam 10 May 2024 · 1 min read गुलमोहर के लिए अगर कभी सूर्य से झगड़ कर विरह के ताप से जल रही दुपहरी में चलते हुए नंगे पांँव कच्ची सड़क पर मिल जाएंँ महाप्राण निराला तो कहूंँगा उनसे साधिकार कि... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · गीत 3 161 Share Akash Agam 10 May 2024 · 1 min read चाहतें तुम्हें गाना चाहता हूंँ जैसे गा गए राम को कबीर और कबीर को कुमार गंधर्व तुम्हें देखना चाहता हूंँ जैसे देखा था गैलीलियो ने अनंत अन्तरिक्ष तुम्हें पाना चाहता हूंँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 3 127 Share Akash Agam 8 May 2024 · 1 min read काश ! काश ! न हम यूंँ अलग होते न मैं जाकर मिलता; अंधेरों से, नफ़रतों से! काश ! तुम अब भी होती मेरे साथ समझा रहा होता तुम्हें गणित का कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 3 276 Share Akash Agam 7 May 2024 · 1 min read राम के प्रति प्रिये! तुम्हारे प्यार से रौशन हुआ हरेक पंथ मधुवन का छोड़ न देना साथ कि मुझको अंधेरों से डर लगता है! झूठ कपट छल अहंकार से त्रस्त रहा हर मोड़... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · गीतिका 2 126 Share Akash Agam 7 May 2024 · 1 min read यूंँ छोड़ के जाओ ना आहों की सरगम कैसी है राहों की तड़पन कैसी है बिछुरी मुरली की धुन सुन कर यमुना की धड़कन कैसी है अब और सताओ ना यूंँ छोड़ के जाओ ना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 2 194 Share Akash Agam 7 May 2024 · 1 min read जंगल जंगल जाकर हमने जंगल जंगल जाकर हमने पत्ता पत्ता छू कर देखा उम्मीदें खिल सकें कि इतना पानी अब भी बचा हुआ है! कटुता की अनगिन आवाज़ें कितने ही पहरे बैठा लें कोयल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 3 192 Share Akash Agam 5 May 2024 · 1 min read अगर तुम कहो नेह से एकटक देख तुमको प्रिये मौन का गीत गा लूंँ अगर तुम कहो होंठ माथे पे रख कर के सांँसों से मैं रूह को रंँग लगा लूंँ अगर तुम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · गीतिका 3 131 Share Akash Agam 5 May 2024 · 1 min read मैं तुम्हारी क्या लगती हूँ सपनों में मुस्काने वाली दिल में तड़प जगाने वाली माथे पर सावन की सांँसें कुछ ही दिनों में पाने वाली आज अचानक पूछ रही है मैं तुम्हारी क्या लगती हूंँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत · गीतिका 3 219 Share Akash Agam 15 Apr 2024 · 1 min read फिर तुम्हारी याद फिर पुराने दिन नए से लग रहे हैं फिर तुम्हारी याद की दस्तक सुनाई दे रही है फिर भ्रमर की गुंजनों से तार मन के बज उठे हैं फिर पपीहे... Hindi · कविता · गीत 2 157 Share