Ajit Kumar "Karn" Tag: Quote Writer 261 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ajit Kumar "Karn" 20 Nov 2024 · 1 min read खुशी देने से मिलती है खुशी और ग़म देने से ग़म, खुशी देने से मिलती है खुशी और ग़म देने से ग़म, औरों को तनिक खुशी देने में क्यूॅं घबरा जाते हैं हम! औरों का भी दुःख-दर्द गर थोड़ा-बहुत समझें हम,... Quote Writer 1 8 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Nov 2024 · 1 min read अपने आत्मविश्वास को इतना बढ़ा लो... अपने आत्मविश्वास को इतना बढ़ा लो... कि मुश्किल सा काम आसान लगने लगे! ईश्वर का स्मरण कर ऐसी शुरुआत दो... कि क्षण भर में ही परिणाम मिलने लगे! .... अजित... Quote Writer 1 12 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Nov 2024 · 1 min read वास्तव में ज़िंदगी बहुत ही रंगीन है, वास्तव में ज़िंदगी बहुत ही रंगीन है, अगर इसे देखने का नज़रिया भी रंगीन हो! पर आप हर हमेशा नकारात्मकता को ही पालेंगे तो क्यों नहीं इस ज़िंदगी का हर... Quote Writer 1 14 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Nov 2024 · 1 min read मेरे साथ जब भी कोई घटना घटती है, मेरे साथ जब भी कोई घटना घटती है, वो चीख-चीखकर मुझसे बस यही कहती है, इस ज़ालिम जमाने को पहचानो, संभल जाओ... दर्द भूलते ही अन्य कोई घटना फिर से... Quote Writer 2 24 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Nov 2024 · 1 min read इतने अच्छे मौसम में भी है कोई नाराज़, इतने अच्छे मौसम में भी है कोई नाराज़, पता नहीं उसे कि है उसके लिए कुछ ख़ास। खूब याद आ रही है दिल भी है कितना बेताब, त्यौहार के इस... Quote Writer 1 22 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2024 · 1 min read मन दुखित है अंदर से... मन दुखित है अंदर से... फिर भी मन छोटा न करो! दुःख दूर होगा कर्म करने से, बस, सत्कर्म की राह पे चलो! ये सन्मार्ग ही मंज़िल दिलाएंगे, बस, इसी... Quote Writer 1 28 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Nov 2024 · 1 min read अक्सर देखते हैं हम... अक्सर देखते हैं हम... बड़े लोगों की ऑंखों में, एक कांतियुक्त चमक होती है! प्रेम विश्वास है जिस घर... स्नेह मुहब्बत भी कोने-कोने में, वहाॅं अमूमन रौनक़ होती है!! ....... Quote Writer 1 26 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Nov 2024 · 1 min read बेशक संघ ने काम अच्छा किया है, आगे भी करेगा। बेशक संघ ने काम अच्छा किया है, आगे भी करेगा। ज़रूरत पर बेहतरी के लिए सबके वो कुछ भी करेगा। आशावान हो संयम बरतना है हमारे साथी भाइयों को, आपस... Quote Writer 1 22 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Nov 2024 · 1 min read दुनियादारी से कोई लेना - देना नहीं, दुनियादारी से कोई लेना - देना नहीं, बस उसे खुद से ही मतलब है! वो सदैव सोचता रहता बस यही, कि अब उसे करनी कौन सी हरक़त है! .... अजित... Quote Writer 1 26 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Nov 2024 · 1 min read खोजने लगी वो सुख का खज़ाना, खोजने लगी वो सुख का खज़ाना, जो पल प्रतिपल उसे मिला नहीं! बनाने लगी वो फ़िजूल का बहाना, ससुराल में दिल उसका टिका नहीं! .... अजित कर्ण ✍️ Quote Writer 1 24 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Nov 2024 · 1 min read ये जीवन अनमोल है बंदे, ये जीवन अनमोल है बंदे, जीवन में हर पल को जी लें! एक दूसरे के दुःख को समझें, बाॅंटकर सुख-दुःख सुखमय हो लें! .... अजित कर्ण ✍️ Quote Writer 1 24 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Nov 2024 · 1 min read बख़ूबी समझ रहा हूॅं मैं तेरे जज़्बातों को! बख़ूबी समझ रहा हूॅं मैं तेरे जज़्बातों को! गुप्त न रख सका उन ख़ास मुलाकातों को! पर उन मुलाक़ातों में छुपा ऐसा था ही क्या? तोड़ने पर क्यूॅं हो आमादा... Quote Writer 1 26 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Nov 2024 · 1 min read आज कई परेशानियों से घिरा हुआ इंसान। आज कई परेशानियों से घिरा हुआ इंसान। आज दिखाई देते ही नहीं हमें कभी भगवान। मंदिरों में शिला-पत्थरों में ही ढूंढ रहे हम उन्हें, जिसके पास है धन-संपदा वही आज... Quote Writer 1 20 Share Ajit Kumar "Karn" 1 Nov 2024 · 1 min read पैसे के बिना आज खुश कोई कहाॅं रहता है, पैसे के बिना आज खुश कोई कहाॅं रहता है, पैसा ही तो आज सब कुछ ही कहता है, वहाॅं क्या होगा जहाॅं नहीं है ये पैसा, ये बात ज़हन में... Quote Writer 1 24 Share Ajit Kumar "Karn" 31 Oct 2024 · 1 min read बेटी का घर बसने देती ही नहीं मां, बेटी का घर बसने देती ही नहीं मां, बसने से पहले खूब दखलंदाज़ी करती मां, होती हैं आजकल की कैसी-कैसी ये मां, हो जाते ये सोच-सोचकर हम बहुत ही परेशां!... Quote Writer 1 25 Share Ajit Kumar "Karn" 31 Oct 2024 · 1 min read ज़िंदगी से जितना हम डरते हैं, ज़िंदगी से जितना हम डरते हैं, वो उतना ही ज़्यादा डराती है। उसके बहुत करीब जब आते हैं, तो वह बड़े प्यार से सहलाती है। .... अजित कर्ण ✍️ Quote Writer 1 24 Share Ajit Kumar "Karn" 31 Oct 2024 · 1 min read तीन औरतें बेफिक्र जा रही थीं, तीन औरतें बेफिक्र जा रही थीं, पैरों में किसी के चप्पल नहीं थे! तपती सड़कें पैर झुलसा रही थी, वेदना भरे बहुत ही भावुक पल थे! .... अजित कर्ण ✍️ Quote Writer 1 33 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Oct 2024 · 1 min read ज़िंदगी में बहुत कुछ सीखा है... ज़िंदगी में बहुत कुछ सीखा है... कभी ख़ामोश रहना भी सीखा है, परिस्थितियाॅं बेक़ाबू हो जाए जब... तो खामोशी से भी हल निकलते देखा है। .... अजित कर्ण ✍️ Quote Writer 1 30 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Oct 2024 · 1 min read कितनी उम्मीद है लोगों की हमसे, कितनी उम्मीद है लोगों की हमसे, उनके लिए भी कुछ करना होगा। कोई रखता है अपेक्षा गर हमसे, तो खड़ा अपेक्षाओं पे उतरना होगा। .... अजित कर्ण ✍️ Quote Writer 1 27 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Oct 2024 · 1 min read कुछ अच्छे गुण लोगों को महान बनाते हैं, कुछ अच्छे गुण लोगों को महान बनाते हैं, वहीं कुछ अवगुण इंसान की श्रेणी से हटाते हैं। क्यों नहीं लोग अवगुणों को सारे दूर करके, कम से कम इंसान की... Quote Writer 1 33 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Oct 2024 · 1 min read कुछ ख़ुशनसीब ऐसे हैं जो आगे किस्मत से बढ़ गए! कुछ ख़ुशनसीब ऐसे हैं जो आगे किस्मत से बढ़ गए! कुछ बदनसीब पीछे कड़े संघर्ष के बाद भी रह गए! संघर्षरत रहने के बावजूद परिस्थितिवश पिछड़ गए! कई अकर्मण्य संघर्ष... Quote Writer 1 28 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Oct 2024 · 1 min read कुछ बड़ा करने का वक़्त आ गया है... कुछ बड़ा करने का वक़्त आ गया है... थक-हार कर यूॅं बैठने से काम नहीं चलेगा। पता नहीं मन का वो उत्साह कहाॅं गया है... सफ़र की शुरुआत के बिना... Quote Writer 1 34 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Oct 2024 · 1 min read कठिन काम करने का भय हक़ीक़त से भी ज़्यादा भारी होता है, कठिन काम करने का भय हक़ीक़त से भी ज़्यादा भारी होता है, काम की शुरुआत करने पर जो शनै: शनै: आसान हो जाता है। .... अजित कर्ण ✍️ Quote Writer 1 33 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Oct 2024 · 1 min read आज का युग बेईमान है, आज का युग बेईमान है, जहाॅं ना संस्कार ना ईमान है, बेईमानी करना धर्म समान है, औरों के लिए नहीं सम्मान है, पर इसी में से कोई भगवान है... जो... Quote Writer 1 39 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Oct 2024 · 1 min read पहले की औरतों के भी ख़्वाब कई सजते थे, पहले की औरतों के भी ख़्वाब कई सजते थे, जो प्रायः घर-परिवार व रिश्तेदारों तक ही रहते थे! आज की औरतें भी ढेरों ख़्वाब सजाती हैं... ठुकराकर रिश्ते-नाते आसमां में... Quote Writer 1 32 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Oct 2024 · 1 min read हर आदमी का आचार - व्यवहार, हर आदमी का आचार - व्यवहार, औरों के जीवन पर डालता प्रभाव! जीवन जीते चलें हॅंसी खुशी से... संस्कार, मर्यादा का ना हो अभाव! .... अजित कर्ण ✍️ Quote Writer 1 35 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Oct 2024 · 1 min read आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं... आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं... जहाॅं ना बायें ना ही दायें जा सकते! सभी यहाॅं अपने ज़िद पे अड़े हैं... हम कतई नहीं उन्हें समझा सकते! .... अजित... Quote Writer 1 42 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Oct 2024 · 1 min read अरे इंसान हैं हम, भगवान नहीं! अरे इंसान हैं हम, भगवान नहीं! होंगे चमत्कार तो होंगी ग़लतियाॅं भी! कितनी कशमकश में चल रही ज़िंदगी, सिवाय ये मेरे कोई समझ सकता नहीं! ....अजित कर्ण ✍️ Quote Writer 1 45 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Oct 2024 · 1 min read हौसलों की उड़ान जो भरते हैं, हौसलों की उड़ान जो भरते हैं, वे जीवन में खूब आगे बढ़ते हैं! वे बड़े - बड़े सपने देखा करते हैं, और उसे हक़ीक़त में बदल देते हैं! .... अजित... Quote Writer 1 29 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Oct 2024 · 1 min read ना जाने किस मोड़ पे भाग्य किसी का बदल जाए! ना जाने किस मोड़ पे भाग्य किसी का बदल जाए! गिरता, फिसलता मनुज कोई आसमान पे चढ़ जाए! इसीलिए भूलकर भी हिम्मत ना हारना साथी मेरे, संघर्ष-पथ पर जूझते हुए... Quote Writer 1 29 Share Ajit Kumar "Karn" 16 Oct 2024 · 1 min read वो भी एक समय था जब... वो भी एक समय था जब... छोटे, बड़े का सामना नहीं कर पाते थे, बड़े के सामने आदर से पेश आते थे, जब भी, जो भी और जैसा भी आदेश... Quote Writer 1 32 Share Ajit Kumar "Karn" 16 Oct 2024 · 1 min read किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है, किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है, पर निडर होकर इंसान बहुत कुछ सीखता है! भय से रूबरू होकर जो संघर्ष-पथ पर जूझता है, वो जल्द ही आसमान की... Quote Writer 2 35 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Oct 2024 · 1 min read एक ही ज़िंदगी में कई बार मरते हैं हम! एक ही ज़िंदगी में कई बार मरते हैं हम! ये जान लें आप कि ऐसा क्यों करते हैं हम! हम जीवन-स्तर की ऊंचाईयों को नहीं छूते, इसीलिए मर-मरकर पुनः जीते... Quote Writer 1 27 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Oct 2024 · 1 min read कब तक लड़ते-झगड़ते रहेंगे हम... कब तक लड़ते-झगड़ते रहेंगे हम... कब अमन-चैन से जी सकेंगे हम... मिलेंगे कब जीवन में सुकून के क्षण? ज़िंदगी जीने का असली मज़ा होगा तब, जब जाति-धर्म के भेदभाव ऊपर... Quote Writer 1 27 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Oct 2024 · 1 min read पिछला वक़्त अगले वक़्त के बारे में कुछ नहीं बतलाता है! पिछला वक़्त अगले वक़्त के बारे में कुछ नहीं बतलाता है! और जो नहीं सोचते हैं वैसा कुछ अप्रत्याशित हो जाता है! होनेवाली अप्रिय घटना का थोड़ा सा भी अंदेशा... Quote Writer 1 32 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Oct 2024 · 1 min read हर इंसान के काम का तरीका अलग ही होता है, हर इंसान के काम का तरीका अलग ही होता है, उसे केवल अपना तरीका ही अच्छा लगता है! कोई जब उसे बेहतर राह दिखाना चाहे... वह किसी की भी एक... Quote Writer 1 32 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Oct 2024 · 1 min read कुछ लोग बात को यूॅं ही बतंगड़ बनाते हैं! कुछ लोग बात को यूॅं ही बतंगड़ बनाते हैं! पता नहीं यदा-कदा वे ऐसा क्यों कर जाते हैं! जीवन जीने का सलीक़ा जिनका ऐसा ही है, खराब वक़्त आने पर... Quote Writer 1 37 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Oct 2024 · 1 min read बड़े पद का घमंड इतना ना करो, बड़े पद का घमंड इतना ना करो, कि वह घमंड ही तुझे खा जाए! सदा वाणी में मधुरता लाया करो, शायद बिगड़ी हर बात बना जाए! .... अजित कर्ण ✍️ Quote Writer 2 24 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Oct 2024 · 1 min read समय निकल जाएगा, समय निकल जाएगा, कुछ भी नहीं कर पाएंगे! खुद आगे बढ़ने की ज़द में, सारे वक़्त निकल जाएंगे! खुद भी आगे बढ़ें... औरों को भी बढ़ने दें... मिल-जुलकर एक साथ,... Quote Writer 1 34 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Oct 2024 · 1 min read क्यों सताता है रे अशांत मन, क्यों सताता है रे अशांत मन, कितना करूं मैं तेरे लिए मनन, मत कर तू कभी शांति का हनन, शांति के लिए करूं सब कुछ मैं वहन। .... अजित कर्ण... Quote Writer 1 35 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Oct 2024 · 1 min read कुछ लोग जन्म से ही खूब भाग्यशाली होते हैं, कुछ लोग जन्म से ही खूब भाग्यशाली होते हैं, वे कुछ भी करें उन्हें सबके सहयोग जारी होते हैं! बिना किसी सहयोग के भी लोग संघर्ष करता है, पर भाग्यशाली... Quote Writer 1 29 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Oct 2024 · 1 min read किताब के किसी पन्ने में गर दर्दनाक कोई कहानी हो किताब के किसी पन्ने में गर दर्दनाक कोई कहानी हो तो उस पन्ना को छोड़कर भी आगे बढ़ा जा सकता है! ऐसा नहीं हो सकता कि अमुक उस कहानी के... Quote Writer 1 46 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Oct 2024 · 1 min read प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही... प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही... क्योंकि आज यह खुले व्यवसाय का ही रूप ले रही! प्यारा एहसास ये कभी मुश्किल से ही जुबां पर लाते थे,... Quote Writer 1 41 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Oct 2024 · 1 min read पारिवारिक समस्या आज घर-घर पहुॅंच रही है! पारिवारिक समस्या आज घर-घर पहुॅंच रही है! अभिमान आपसी समझ पर भारी पड़ रही है! आज ही हमें इस दिशा में जागरूक होना है... आदर्श-परिवार कहीं मुश्किल से ही दिख... Quote Writer 1 35 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Oct 2024 · 1 min read मन का चोर अक्सर मन ही बतला देता, मन का चोर अक्सर मन ही बतला देता, छुपाना चाहें तो चेहरा ही भाव दिखला देता! चोरी कोई करने से पहले खुद को संतुष्ट करें, मन अनुमति नहीं दे तो... Quote Writer 1 35 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Oct 2024 · 1 min read हर समय आप सब खुद में ही ना सिमटें, हर समय आप सब खुद में ही ना सिमटें, औरों के लिए भी वक़्त कुछ बचा कर रखें! तभी आप दायरा अपना कुछ बढ़ा पाएंगे... समय पर वे लोग आपके... Quote Writer 1 29 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Oct 2024 · 1 min read लोग जब सत्य के मार्ग पर ही चलते, लोग जब सत्य के मार्ग पर ही चलते, तो देखकर मन प्रफुल्लित हो जाता है, हृदय का हर कोर-कोर खिल उठता है! ज़्यादातर लोग आज ऐसा नहीं करते, फिर यह... Quote Writer 2 31 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Oct 2024 · 1 min read कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त, कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त, देखकर प्रस्तुति कभी रह जाता हूॅं बिल्कुल ही दंग! विश्वास ही ये नहीं होता कि ऐसा कैसे हो सकता... निकलते खुशी... Quote Writer 2 39 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Oct 2024 · 1 min read परिस्थितियों को चीरते हुए निकल जाओ, परिस्थितियों को चीरते हुए निकल जाओ, हालातों से जूझते हुए भी निखर जाओ, दुनियां को दिखला दो कि तुम क्या हो, असंभव को भी संभव तुम कर जाओ। .... अजित... Quote Writer 2 40 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Oct 2024 · 1 min read दिन - रात मेहनत तो हम करते हैं दिन - रात मेहनत तो हम करते हैं पर हम पास-पड़ोस से भी सीखते हैं! निशि दिन जिस परिवेश में हम पलते हैं वहाॅं से बहुत कुछ ही अर्जित करते... Quote Writer 1 41 Share Page 1 Next