Abhishek Paswan 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Abhishek Paswan 19 Oct 2024 · 3 min read परिवर्तन ही स्थिर है *परिवर्तन ही स्थिर है* _भूमिका_ उसने कहा – “मृत्यु ही सत्य है” मैने पूछा कैसे? उसके बाद बचता ही क्या है– उसने उत्तर दिया मैने कहा– मृत्यु के बाद भी... Hindi · कविता 56 Share Abhishek Paswan 14 Oct 2024 · 2 min read नए ज़माने की सौतन _नए ज़माने की सौतन (भोजपुरी भाषा में)_ *मोबाइल* करी-करी अंखियां मिचौली बतिया-बतियाई री हे! सखी-पिया भुलाई री जवने सवतिया के पीछे मोर पिया धनवा लुटाई री लेके रतिया-दिनावा सिनावा से... Bhojpuri · Poem 1 1 40 Share