Abhishek Shrivastava "Shivaji" Tag: Poem 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Abhishek Shrivastava "Shivaji" 30 Aug 2022 · 1 min read रूप घनाक्षरी छंद/ मोबाइल 8,8,8,8 वो खिलौने टूट गए, खेल सभी छूट गए, खेलकूद हुआ कम, साथ में है दूरभाष... होती सब काम पूरी, हो गया यह जरूरी दिन में रहता साथ, रात में... Hindi · Abhishek Shrivastava Shivaji · Poem · Shivaji Ke Alfazz · अभिषेक श्रीवास्तव शिवाजी · कविता 1 238 Share