अभिषेक द्विवेदी "नीरज" Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid अभिषेक द्विवेदी "नीरज" 6 Sep 2021 · 1 min read तन्हा चुप चुप सा रहता हूँ, तन्हाई में जीता हूँ, जिन्दगी बसर हो रही है यूं ही तन्हा, फिर भी रात सपनों में खोया रहता हूँ। जमाना रूप बदलता रहा मौसम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 542 Share