आनन्द बल्लभ Tag: घनाक्षरी 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid आनन्द बल्लभ 26 Oct 2020 · 1 min read शिव शंकर कैलाशपति (घनाक्षरी छंद) (१) काल के कपाल में तिलक जैसा सोहता जो, कण - कण में विराजता हुआ सुवक्त हूँ । काम, क्रोध, लोभ, मोह, त्याग संत औ सुजान- जैसा ही... Hindi · घनाक्षरी 6 3 415 Share