Vivek Bhushan Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Vivek Bhushan 2 Apr 2018 · 1 min read मुक्तक मन मधुबन में,माखन मुख में औ ह्रदय रहै भजन में। प्रीत ये कैसी लागी है,पग पल पल भटकै वृन्दावन में। वंशी कछु तान सुनावै औ गोहरावै मथुरा 'भूषन' कौ- इ... Hindi · मुक्तक 488 Share