Vivek Bhushan 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vivek Bhushan 23 May 2022 · 1 min read वही मेरा है वतन हिल उठते हैं सिंहासन, जब सिंह की आवाज होती है। काशी में शंख बजता है, अजमेर में नमाज होती है। जहाँ का कण-कण है बलिदानी, माटी-माटी है चन्दन; वही मेरा... Hindi · कविता 210 Share Vivek Bhushan 15 Oct 2019 · 1 min read उड़ चल पंछी अकेले यह निशा घटेगी, भोर आयेगी कोयल जीवन राग सुनाएगी, जब वासंती मधुमासी छायेगी और खिलेंगे पुष्प नये नवेले। उड़ चल पंछी अकेले। उड़ चल पंछी अकेले । ---Vivek Bhushan Pandey Hindi · कविता 220 Share Vivek Bhushan 17 Oct 2018 · 1 min read मेरा शहर प्रयाग वो शहर है जो हिन्दू संस्कृति का मुख्य केन्द्र है, प्रयाग वो शहर है जहाँ जीवन दायिनी माँ गंगा, कालिन्दी और सरस्वती (अदृश्य) का संगम होता है और इसके... Hindi · लेख 219 Share Vivek Bhushan 2 Apr 2018 · 1 min read मुक्तक मन मधुबन में,माखन मुख में औ ह्रदय रहै भजन में। प्रीत ये कैसी लागी है,पग पल पल भटकै वृन्दावन में। वंशी कछु तान सुनावै औ गोहरावै मथुरा 'भूषन' कौ- इ... Hindi · मुक्तक 399 Share