Vivek Guleria Tag: बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Vivek Guleria 13 Jan 2017 · 2 min read बेटी है अनमोल इसकी पूजा करो ...बेटी है अनमोल, इसकी पूजा करो... नन्ही बेटी है,रोती है हंसती है। इसके ही रंगों से,ये दुनिया सजती है। इसकी हर नादानी पे,प्यार बहुत ही आता है। देखूं रोते हुए... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share