Vinod Chadha 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vinod Chadha 12 Oct 2017 · 1 min read दिनचर्या से विराम .....दिनचर्या से विराम..... जिंदगी की रोज की भाग दौड़ वो ही सूरज की पहली किरण से दिन का आगमन दिन भर धुप छाँव के बीच रोजी रोटी की कश्मकश और... Hindi · कविता 1 2 521 Share Vinod Chadha 7 Oct 2017 · 1 min read उड़ान .....उड़ान..... जिंदगी की ऊंचाइयों को छू कर तो देख कुछ ख्वाब हसीं मिलेंगे तू उड़ कर तो देख यह अच्छा है तू जुड़ा है जमीन से पर अपनी अधूरी हसरतों... Hindi · कविता 326 Share Vinod Chadha 6 Oct 2017 · 1 min read बहुत याद आते हैं ~~~बहुत याद आते हैं ~~~ कभी कभी बहुत याद आते हैं वो सुहाने दिन वो अटखेलियां, वो लड़कपन वो मस्ती, वो प्यारे ज़माने बचपन के कभी कभी बहुत हँसाते हैं... Hindi · कविता 1 763 Share Vinod Chadha 6 Oct 2017 · 1 min read जलाओ इनका भी रावण तुम ...जलाओ इनका भी रावण तुम... सदियों से जलाते आ रहे हो रावण तुम बुराई पर अच्छाई की जीत पर फिर भी न ख़त्म हुई बुराई और न ला सके समाज... Hindi · कविता 394 Share Vinod Chadha 4 Oct 2017 · 1 min read उम्र गुजरी तो ख़ुदा याद आया ...उम्र गुजरी तो खुदा याद आया... उम्र सारी जोड़ता रहा, हसरतों का सिला उम्र गुजरी जो उस मोड़ से तो ख़ुदा याद आया करता रहा जी तोड़ मेहनत और जोड़ता... Hindi · कविता 1 1 443 Share Vinod Chadha 5 Oct 2016 · 1 min read ~पहला जवाब~ मत छेड़, मत छेड़, कब से कह रहा था तुमसे बहुत दफा, प्यार से समझाया बड़े भाई होने का फर्ज निभाया दोस्ती का हाथ बढ़ाया लीक से हट कर गले... Hindi · कविता 639 Share Vinod Chadha 4 Oct 2016 · 1 min read ~~~जज्बात~~~ इतने जज्बात निकलेँगेँ दिल से मेरे कभी सोचा न था सोने न देंगें चैन से रात भर मुझे कभी सोचा न था बयां कब तक करूँ कहाँ तक करूँ ख़त्म... Hindi · कविता 1 682 Share Vinod Chadha 3 Oct 2016 · 1 min read मूरत, भगवान और इंसान की हे प्रभु, इंसान की बनाई मूरत है तेरी यहाँ हर मंदिर में तेरे जबकि हर शख्स जमीं पर इक नुमाइन्दा है तेरा तेरी कारीगरी का एक बे मिसाल नमूना है... Hindi · कविता 590 Share