Umesh Pansari Tag: मुक्तक 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Umesh Pansari 27 Aug 2018 · 1 min read तू मुझसे अनजान थी... कुछ कहने का साथी तुझसे, दिल में मेरे खयाल था। तू मुझसे अनजान थी, मैं तुझसे अनजान था, कुछ कहने का साथी तुझसे, दिल में मेरे खयाल था। कहता भी... Hindi · मुक्तक 680 Share Umesh Pansari 26 Aug 2018 · 1 min read ''अधूरी तू नहीं होती अधूरा मैं नहीं होता'' निगाहों में अगर यूँ आशिक़ी का अश्क न होता, तो कमबख्त इस दुनिया में इश्क न होता, जो मोहब्बत करते ही इज़हार कर दिया होता, अधूरी तू नहीं होती अधूरा... Hindi · मुक्तक 431 Share